जिला जेल का विचाराधीन बंदी अस्पताल के शौचालय से फरार, प्रहरी निलंबित
धमतरी। धमतरी जिला जेल में निरुद्ध विचाराधीन बंदी इलाज के दौरान जिला अस्पताल के शौचालय से हथकड़ी निकालकर फरार हो गया, जिससे हड़कंप मच गया है। जेल प्रशासन ने तुरंत एक्शन लेते हुए प्रहरी को निलंबित कर दिया है। 48 घंटा बीत जाने के बाद भी बंदी की कोई सूचना नहीं मिल पाई है। इस मामले में थाना सिटी कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कर दी गई है।प्रहरी जनार्दन भोई 58 वर्ष ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि 24 नवंबर को उसकी ड्यूटी बंदियों के स्वास्थ्य चेक कराने में लगी थी।इसी दौरान विचाराधीन बंदी पंचराम उर्फ पंचू निषाद पिता गणेश राम निषाद उम्र 37 वर्ष निवासी चंदली बालपुर थाना चंदनपुर जिला सक्ती जो थाना कुरूद धारा 331(3),35(1) बी.एन.एस के तहत 15.09.2024 को जे.एम.एफ. सी न्यायालय कुरूद के आदेश से जिला जेल धमतरी में निरूद्ध था।रविवार की दोपहर 12 बजे अचानक सीने में दर्द एवं पेट दर्द होना बताया जिसे ईलाज के लिये 108 एम्बुलेंस से जिला अस्पताल धमतरी लेकर गया था। उक्त बंदी का ईलाज कराने दौरान डक्टर ने दवाई देकर कुछ देर रूकने के लिये कहा। उसी बीच बंदी शौचालय जाना है बोला तब उसे लगभग 3 बजे हथकड़ी बंधा हुआ स्थिति में शौचालय ले जाकर उसकी निजता का ध्यान रखते हुये शौचालय में उक्त बंदी को अंदर करके शौचालय के बाहर खडा था। जिला अस्पताल का शौचालय सार्वजनिक स्थान होने से शौचालय में भीड़ होने से बंदी पंचराम उर्फ पंचू निषाद अपने हाथ से हथकडी को निकाल कर शौचालय में हथकडी को छोड कर भीड का फायदा उठाकर चकमा देकर अभिरक्षा से भाग गया। जिसका जिला अस्पताल में व बस स्टैंड तथा आस पास में तलाश किया जो नही मिला। इस मामले में प्रहरी की रिपोर्ट पर थाना सिटी कोतवाली में पंचू निषाद के खिलाफ बीएनएस की धारा 262 के तहत अपराध दर्ज किया गया है।इस मामले में सहायक जेलर एनके डहरिया ने बताया कि विचाराधीन बंदी पंचू निषाद को प्रहरी जनार्दन भोई इलाज के लिए जिला अस्पताल ले गया था, तभी वह बंदी फरार हो गया। इस मामले में तत्काल प्रहरी जनार्दन भोई को सस्पेंड कर दिया गया है। आगे की जांच की जा रही है।