प्रचलित बाजार मूल्य से कई गुना अधिक दर पर सामग्रियों को खरीदी कर नगर निगम को लगाया गया लाखों रुपए का चुना-: विजय मोटवानी
निगम में गार्डन कुर्सी, ई.रिक्शा, स्ट्रीट लाइट,कचरा ठेला, जे.सी.बी. में भ्रष्टाचार का पार्षद मोटवानी ने लगाया आरोप
सामग्रियों की निविदा में एक ही ठेकेदार को लाभ पहुंचाने के लिए उससे संबंधित ही तीन फर्म के कोटेशन के उपयोग का लगाया आरोप
फर्म को ब्लैक लिस्ट के साथ, एफआईआर करवाकर स्वतंत्र एजेंसी से जांच करने हेतु लिखेंगे पत्र
धमतरी । नगर निगम में पिछले 5 वर्ष में विभिन्न मदो से खरीदे गए सामानों पर बाजार दर से काफी गुना अधिक मूल्य पर खरीदी कर लाखों रुपए के भ्रष्टाचार एवं कमीशन खोरी किए जाने का आरोप निगम के जिम्मेदार लोगों पर पार्षद विजय मोटवानी द्वारा लगाते हुए बताया गया कि 15वें वित्त की राशि में से गार्डन चेयर के नाम पर भर्राशाही की गई है जिस कुर्सी का मार्केट रेट प्रति नग 5700 रूपये बताया जा रहा है उसे 17000 हजार रूपए की दर से खरीदा गया श्री मोटवानी ने प्रेसवार्ता लेकर दस्तावेज प्रस्तुत करते हुए कहा कि 22 जुलाई 2022 को 100 नग कुर्सी 17 लाख रुपए में, 31 अगस्त 2023 को 120 नग कुर्सी 20 लाख रुपए में, 15 मार्च 2024 को 120 नग कुर्सी 20 लाख रुपए में इस प्रकार कुल 340 नग 57 लाख रुपए में कुर्सी खरीदना बताया जा रहा है जबकि पूरे शहर में 340 नग म कुर्सी कहीं भी नहीं दिखती मात्र 100 नग को रोटेशन में सप्लाई किया जाना बताया जा रहा है। उन्हें कुर्सी को फिर से दर्शाते हुए लाखों रुपए गबन कर लिए गए हैं वर्तमान में भी 15 लाख की कुर्सी का 90 नग का अनुशंसा किया गया है इस प्रकार अपराधिक षड्यंत्र करते हुए निगम को आर्थिक रूप से क्षति पहुंचाई गई है जिसमें कई लोग शामिल हैं श्री मोटवानी ने आगे कहा कि दूसरी तरफ स्वच्छता मिशन के तहत ई रिक्शा की खरीदी की गई है जबकि निगम में मामूली मरम्मत पर पूर्व के ई रिक्शा को चलाया जा सकता था लेकिन आर्थिक रूप से बंदरबाट किए जाने के लिए 14 नग ई-रिक्शा पिछले पांच वर्ष में 3 से 4 बार खरीदते हुए लाखों का हेरा फेरी किया गया है वही लाइट खरीदी के नाम पर शहर की बुनियादी सुविधाओं से खिलवाड़ करते हुए आम जनता की भावनाओं पर घोर कुठाराघात किया गया है जिसके अंतर्गत 45 वाट की लाइट 725 नग तथा 60 वाट की लाइट 140 नग 40 लाख रुपए में खरीदा गया है जिसे प्रति लाइट की दर 4600 रूपया बताया जा रहा है जबकि वर्तमान में मार्केट वैल्यू उसकी 460 रूपए है, खरीदे गए लाइट की गुणवत्ता भी इतनी खराब है कि वह लाइट 3 दिन के अंदर में ही उतार कर ले जाया जा चुका है शहर के कई खंबे की लाइट आज भी नहीं जल रही है और वार्ड अंधेरे में है, लाइट के ऊपर में दूसरे कंपनी का मोनो लगाकर नगर की जनता के साथ छल -जालसाजी भी किया गया है शहर के राष्ट्रीय राजमार्ग में एलईडी लाइट जो लगाई गई है उसकी कीमत 12 लख रुपए बताई जा रहा है जो 120 खंबो में लगे हैं जिसे 10000 हजार प्रति नग खरीद जाना बताया जा रहा है जबकि उसकी वास्तविक कीमत 600 मार्केट रेट है। श्री मोटवानी में आगे कहा है कि नगर निगम में शहर की कचरा संग्रहण हेतु मिनी ट्पिर वहां पहले ही खरीदी करते हुए खड़े हुए हैं लेकिन मात्र कमीशन खोरी की लालच में फिर से 14 नग 15 मार्च 2024 को खरीदी करते हुए लाखों रुपए का नुकसान नगर निगम को पहुंचाया गया है जबकि पुरानी वाहन आज भी चलने योग्य है वही निगम में स्वच्छता के कार्यों को संपादित करने के लिए पहले ही तीन जेसीबी मशीन खरीदे गए थे लेकिन उसके बाद भी 27 लाख रुपए की जेसीबी मशीन को अपने आर्थिक हवस की पूर्ति करने के लिए जिम्मेदार लोगों के द्वारा 33 लाख रुपए में खरीदा गया है।
श्री मोटवानी ने कहा कि इन सब के बीच बताया जा रहा है कि नगर निगम के खरीदे गए जितनी भी सामग्रियां हैं वह सिर्फ एक ठेकेदार को लाभ पहुंचाने के लिए यह सब किया गया है जिसे स्वयं का तीन फर्म है और एकमात्र वही कोटेशन भरता है इसके संबंध में दस्तावेज के साथ पार्षद विजय मोटवानी ने एफआईआर कराते हुए सही जांच करने की मांग की है इसके साथ ही फर्म को ब्लैकलिस्टेड भी किए जाने का हवाला दिया गया है। श्री मोटवानी ने आगे कहा है कि ई.डी जैसे स्वतंत्र एजेंसी की जांच नगर निगम में भ्रष्टाचार को रोक सकती है। भाजपा कार्यालय में आयोजित उक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में श्री मोटवानी के साथ भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष प्रकाश बैस, महामंत्री अविनाश दुबे, निगम के नेता प्रतिपक्ष नरेंद्र रोहरा, भाजपा शहर मंडल अध्यक्ष विजय साहू, महेन्द्र खण्डेलवाल, भाजपा पार्षद प्राची सोनी, श्यामा साहू, नीलू डागा, धर्मेन्द्र लोढ़ा, देवेश अग्रवाल, अज्जु देशलहरे, रितेश नेताम, मिथलेश सिन्हा, हेमंत बंजारे, श्यामलाल नेताम, सुशीला तिवारी, सरिता असाई, दीपक गजेन्द्र, धनीराम सोनकर आदि उपस्थित रहे।