मनखे-मनखे एक समान का नारा देकर गुरु घांसीदास ने सामाजिक विसंगतियों भेदभाव छुआछूत की भावना को दूर किया-नीशू चंद्राकर
ग्राम छाती में गुरु घासीदास बाबा की जयंती हर्षोल्लास से मनाई गई
धमतरी विधान सभा क्षेत्र अंतर्गत ग्राम छाती में आयोजित मनखे मनखे एक समान का संदेश देने वाले सतनाम पंथ के संस्थापक छत्तीसगढ़ की संत परंपरा के अग्रणी बाबा गुरु घासीदास की जयंती कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जिला पंचायत उपाध्यक्ष नीशु चन्द्राकर सम्मिलित होकर जैतखाम गुरुगद्दी व बाबा गुरु धासीदास जी के तैल चित्र पर पूजा अर्चना कर आशीर्वाद प्राप्त किया और क्षेत्र वासियों को गुरु घासीदास बाबा की जयंती की शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम में विशेष रूप से जनपद सदस्य विजय गायकवाड़, विशिष्ट अतिथि नीलकुमार बारले, लालचंद दिली, चैतराम साहू , शिव चंद्राकर, मोहन ध्रुव , भूपेन्द्र साहू ललित यादव उपस्थित रहे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला पंचायत उपाध्यक्ष नीशु चन्द्राकर ने कहा कि गुरु घासीदास ने सबको सत्य के मार्ग पर चलने का संदेश दिया है। उन्होंने मनखे-मनखे एक समान का नारा देकर समाज में फैले कुरीतियों सामाजिक विसंगतियों भेदभाव छुआछूत की भावना को दूर किया। हम सभी को उनके बताए हुए मार्ग पर चलना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि सतनामी केवल विशेष जाति वर्ग नहीं है अपितु जो परम पूज्य गुरु घासीदास बाबा के दिखाए मार्ग पर चले, सत्य मार्ग पर चलता है वही सतनामी है। जनपद सदस्य विजय गायकवाड ने कहा की आज हम बाबा गुरुघासीदास की जयंती मना रहे हैं, जिन्होंने अपने जीवनकाल में समाज में महत्वपूर्ण योगदान दिया था। वह एक महान संत, समाज सुधारक, और शिक्षाविद् थे, जिन्होंने अपने जीवनकाल में गरीबों, दलितों, और वंचित वर्गों के उत्थान के लिए काम किया था। इस दौरान कौशल चंद्राकर , ग्राम पंचायत छाती के पंच पवन बघेल , डोमार पटेल ,नारद बंजारे, प्रमिला चंद्राकर, रोशनी कंवर।
संरक्षक नेहरू राम बंजारे, लखन गायकवाड़, गोपाल चतुर्वेदी, धनराज देशलहरे, बैसाखू भारती , इजेंद्र खुर्राट घनाराम खरे, राजकुमार बारले, अध्यक्ष दिनेश देशलहरे, उपाध्यक्ष दीपेश चतुर्वेदी, धनेश बारले, प्रकाश दिली , परमेश्वर चतुर्वेदी, देवेन्द्र मारकण्डे, उदय चंद्र बारले, कामेंद्र भारती, उत्तम खरे , डागेश भारती, भूषण भारती, अजय कुमार, ओंकार भारती ,व मंच संचालन परस सोनवानी ने किया बड़ी संख्या में नवयुवकगण सामाजिक पदाधिकारी व ग्रामवासी पर स्थित रहे।