अमृतेश्वर महादेव मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के तहत हुआ उद्बोधन
कुरूद। कुरूद नगर के विनायक स्टेट में भारद्वाज मंदिर ट्रस्ट द्वारा नवनिर्मित अमृतेश्वर महादेव मंदिर के 9 दिवसीय शिव मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में छठवें दिन राम मंदिर अयोध्या की प्राण प्रतिष्ठा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संकल्पित कराने वाले वेद शास्त्र संपन्न स्मार्त चूरामणि शांता राम मोहिनीराज भानोसे गुरुजी का कुरूद आगमन एवं ज्ञानमयी प्रबोधन अमृतेश्वर महादेव परिसर में आयोजित किया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में विद्वान जनों ने प्रेरणास्प्रद इस प्रबोधन का लाभ लिया। गुरुजी ने अपने उद्बोधन में कहा कि इस मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि समाज और आत्मिक शांति का मार्ग है। बताया कि अमृतेश्वर महादेव मंदिर के निर्माण और प्राण प्रतिष्ठा के इस आयोजन से न केवल धार्मिक आस्था में वृद्धि होगी, बल्कि यह समाज के समग्र विकास और एकजुटता का प्रतीक बनेगा। गुरुजी ने विशेष रूप से अजय चंद्राकर का उल्लेख करते हुए कहा कि भगवान कृष्ण ने अर्जुन को गीता का उपदेश दिया, उसी तरह अजय चंद्राकर इस मंदिर के निर्माण और प्राण प्रतिष्ठा के कार्य के लिए एक महत्वपूर्ण निमित्त बने हैं। उन्होंने कहा कि जब कोई शुभ कार्य होता है, तो वह भगवान की प्रेरणा और उनके आशीर्वाद से ही संभव होता है। प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन न केवल धार्मिक अनुष्ठान है, बल्कि समाज को एकजुट करने, नकारात्मकता से बचने और सकारात्मक ऊर्जा का संचार करने में सहायक है। उन्होंने उपस्थित श्रद्धालुओं से आग्रह किया कि वे अपने कर्मों में एकाग्रता, श्रद्धा और समर्पण से भगवान की पूजा करें, ताकि उनके जीवन में सद्गति और शांति आए। उन्होंने यह भी कहा कि धार्मिक प्रतिष्ठा, हवन और पूजा विधियों का महत्व केवल परंपराओं को निभाने में नहीं, बल्कि इनका उद्देश्य हमारे जीवन में सकारात्मक बदलाव लाना और हम सभी को आदर्श जीवन जीने की प्रेरणा देना है। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री केदार कश्यप, रायपुर दक्षिण विधायक सुनील सोनी, पूर्व संगठन मंत्री रामप्रताप सिंह सहित कई प्रमुख नेता और गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। उन्होंने नवनिर्मित अमृतेश्वर महादेव मंदिर के दर्शन किए और नव दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा में अपनी हाजिरी लगाई। इसके अलावा रविकांत चंद्राकर, सुरेश अग्रवाल ज्योति चंद्राकर, भानु चंद्राकर, चेतन हिंदुजा, मालकराम साहु, लोकेश्वर सिन्हा, भूपेन्द्र चंद्राकर, जितेंद्र चंद्राकर, विश्वनाथ चंद्राकर नरेश अग्रवाल, दीपक अग्रवाल, राजेश पवार, जीतेंद्र अग्रवाल, बजरंग अग्रवाल कृष्णकान्त साहू प्रभात बैस आदि उपस्थित थे।