इंद्राणी को मिली बेरोजगारी भत्ते की चौथी किस्त, मुख्यमंत्री का किया धन्यवाद
नौकरी लेने नहीं देने वाली बनना चाहती है, इंद्राणी
धमतरी. प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशा यही रही है कि युवाओं को न सिर्फ बेरोजगारी भत्ता प्रदान किया जाये, बल्कि उन्हें हुनरमंद बनाकर रोजगार की उलब्धता अथवा रोजगारपक व्यवसायों से जोड़ जाये। छत्तीसगढ़ सरकार युवाओं के सुनहरे भविष्य गढ़ने को प्रतिबद्ध है। इसके लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने प्रदेश के बेरोजगार युवाओं के लिए बेरोजगारी भत्ता योजना शुरू की है। इस योजना का लेकर प्रदेश के युवा अपने सपनों को पूरा कर रहे है।
बेरोजगारी भत्ता प्राप्त करने वाले बेरोजगार युवाओं में धमतरी जिले की कुमारी इंद्राणी यादव ने बताया कि एमए की पढ़ाई पुरी करने के बाद नौकरी की तलाश के अलावा और विकल्प नहीं था। नौकरी के लिए फार्म भरने, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी हेतु पुस्तकें खरीदने आदि में काफी खर्च आता था और ये खर्च और भी ज्यादा बढ़ जाता है, जब परिवार में केवल एक ही व्यक्ति कमाने वाला हो। लेकिन प्रदेश के मुख्यमंत्री ने बीते अप्रैल माह से प्रदेश के युवाओं को बेरोजगारी की विवशता से बचाने बेरोजगारी भत्ता योजना की शुरूआत की। इस योजना का लाभ धमतरी जिले के ग्राम दानीटोला निवासी कुमारी इंद्राणी को भी मिल रहा है। इंद्राणी ने बताया कि उसके पिता भी मजदूरी का काम करते हुए अपने परिवार का भरण पोषण करते है। आज बेरोजगारी भत्ता की चौथी किस्त प्राप्त हुई है। इसके साथ ही इंद्राणी लाईवलीहुड कॉलेज में इलेक्ट्रीशियन का भी प्रशिक्षण प्राप्त कर रही है। इंद्राणी ने बताया कि इन पैसों का उपयोग वह अपने प्रशिक्षण में काम आने वाले उपकरणों को खरीदने और अपने परिवार की मदद करेगी। इंद्राणी कहती है कि आज के इस प्रतिस्पर्धा भरे दौर में सभी को सरकारी नौकरी मिल जाये ये संभव नहीं है। इसलिए उसने अपने लिए स्वयं का रोजगार स्थापित करने का मार्ग चुना है ताकि वह खुद नौकरी देने योग्य बन जाये। शासन द्वारा बेरोजगारी भत्ता प्रदान करने और कौशल प्रशिक्षण प्रदान करने इंद्राणी ने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का धन्यवाद किया है।