राष्ट्रीय मुस्लिम मोर्चा ने राष्ट्रपति के नाम सौंपा ज्ञापन
धमतरी। देशभर में मुसलमानों के साथ अत्याचार होने का आरोप लगाते हुए मॉबलिचिंग और हत्याओं को रोकने और पीडि़त परिवारों को न्याय दिलाने की राष्ट्रीय मुस्लिम मोर्चा ने की है। इस मांग को लेकर जिला कार्यालय में राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया है। मंगलवार को मुस्लिम मोर्चा द्वारा ज्ञापन सौंपा गया जिसमें कहा गया है कि केन्द्र व राज्य में भाजपा सरकार के कार्यकाल में पिछले एक दशक में देशभर में मुसलमानों पर अन्याय व अत्याचार की घटनाएं बढ़ी है। कभी मॉबलिचिंग, कभी फर्जी गौ-तस्करी तो कभी लवजेहाद के नाम पर हत्याएं के नाम पर हत्याएं हो रही है। जगह-जगह मुसलमानों के इबादतगाहों, दुकानों, मकानों और बस्तियों पर बुलडोजर चलाकर उजाडऩे का काम मौजूदा सरकारों द्वारा किया जा रहा है। जबकि देश में निवासरत नागरिकों की जानमान की सुरक्षा और उन्हें स्थापित करने की जिम्मेदारी सरकारों की है। लेकिन ऐसा न कर जगह-जगह बिना नोटिस एवं बिना प्रमाणीकरण के 70-80 साल से निवासरत लोगों के घरों और बस्तियों पर बुलडोजर चलवाकर तोडफ़ोड़ करने का काम किया जा रहा है। कहीं-कहीं तो न्यायालय के फैसलों व आदेशों को भी नजरअंदाज कर इस तरह की कार्रवाई की जा रही है जो पूर्णत: अमानवीय और असंवैधानिक है। राष्ट्रीय मुस्लिम मोर्चा ने मांग किया है कि हत्या के दोषियों पर फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर फांसी या आजीवन कारावास की सजा दी जाये ताकि कोई दूसरा व्यक्ति इस तरह की जघन्य आपराधिक घटना करने की सोच भी न सके। जिन निर्दोष व्यक्तियों की हत्या की गई है उनके आश्रितों को मुआवजा के तौर पर एक-एक करोड़ रुपये व सरकारी नौकरी के साथ परिवार को स्थायी सुरक्षा दी जाये। सहित अन्य मांगो को लेकर ज्ञापन सौंपने के दौरान जिला प्रभारी अशफाक अली, मोहम्मद इकबाल खत्री, निजाम गौस, इकबाल हुसैन, जाहिद, रसूल खॉ, अय्युब खान, फिरोज खान सहित अन्य लोग उपस्थित थे।