Uncategorized

वर्तमान राजनीतिक परिस्थितियों के अनुसार भारत लोकतंत्र से ग़ुलामी की ओर अग्रसर हो रहा है-कविता योगेश बाबर

धमतरी। जिल पंचायात वन सभापति कविता योगेश बाबर ने कहा कि भारत एक लोकतांत्रिक प्रणाली पर कार्य करने वाला देश है। जिसका संविधान बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर ने लिखी थी इसकी ख़ूबसूरती और सुंदरता की चर्चा पूरे विश्व में होती है लेकिन आज के वर्तमान समय में जब से भारतीय जनता पार्टी की सरकार केंद्र में बैठी है इस लोकतांत्रिक व्यवस्था और इसके संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही है कि न्यायपालिका व्यवस्था लोकतंत्र और संविधान आज ख़तरे में दिखाई देता है भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव के समय जिन चीज़ों का उल्लेख करते हुए सत्ता हासिल की थी उनकी कार्यप्रणाली को देखते हुए ऐसा नहीं लगता है कि उन बातों का उनके कार्य कलापों में कहीं भी उल्लेख आ रहा है महँगाई बेरोजग़ारी भ्रष्टाचार अपनी चरम सीमा पर पहुँच गया है और धर्म की राजनीति को आगे रखकर आज भाई को भाई से एक जाति को दूसरी जाति से लड़ाकर अपनी राजनीतिक रोटी भारतीय जनता पार्टी की सरकार सेक रही है अभी हाल का उदाहरण मणिपुर राज्य है जहाँ पिछले चार महीने से सांप्रदायिक दंगे हो रहे हैं आगजनी लूटपाट बलात्कार की घटना बड़े पैमाने पर की जा रही है लेकिन हमारे प्रधानमंत्री चुनावी रैलियों और मन की बात बताने में व्यस्त है वर्तमान में संसद में मॉनसून सत्र चल रहा है जहाँ विपक्ष के द्वारा मणिपुर के मुद्दे को लेकर अविश्वास प्रस्ताव लाया गया एवं विपक्ष द्वारा प्रधानमंत्री जी से तीन सवाल पूछे गए थे मणिपुर क्यों जल रहा है प्रधानमंत्री अभी तक मणिपुर क्यों नहीं गए मणिपुर की समस्या सुलझाने के लिए उनके द्वारा क्या प्रयास किया गया जिसके परिणाम स्वरूप संसद में प्रधानमंत्री का संबोधन गत दिनों हुआ उस 2 घंटे 20 मिनट के भाषण में उन्होंने सिफऱ् विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए विपक्ष को भ्रष्टाचारी बताते हुए अपनी बात कही मणिपुर पर उन्होंने दो मिनट का भी समय अपने भाषण में जि़क्र नहीं किया जो कि बहुत ही दुर्भाग्य जनक एवं देश के लिए अलोकतांत्रिक है आज प्रधानमंत्री मोदी संवेदनहीन हो गए हैं जिन्हें देश के एक राज्य की चिंता नहीं है वो व्यक्ति क्या देश की चिंता करेगा। कुछ मीडिया संस्थानों द्वारा देश की वास्तविक स्थिति जनता के सामने पेश नहीं की जा रही है जो की घोर निंदनीय है ऐसे में भारत की जनता को इन सब बातों को स्वयमेव समझने सोचने और निर्णय लेने की ज़रूरत है आज हमारा भारत का सबसे बड़ा लोकतंत्र वापस एक बार फिर तानाशाही व गुलामी की ओर अग्रसर होने जा रहा है।

Ashish Kumar Jain

Editor In Chief Sankalp Bharat News

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!