गुरु घासीदास, मिनीमाता, नकुल देव ने समाज सुधार की दिशा में किये उल्लेखनीय कार्य -अजय चन्द्राकर
ममतामई मिनीमाता और दादा नकुल देव ढ़ीढ़ी की पुण्यतिथि पर भखारा में हुआ कार्यक्रम
मूलचंद सिन्हा
कुरुद । ममतामई मिनीमाता और दादा नकुल देव ढ़ीढ़ी की पुण्यतिथि पर ग्राम भखारा भठेली में सतनामी समाज ब्लॉक भखारा और जिला धमतरी के कार्यक्रम पूरखा के सुरता में पूर्व कैबिनेट मंत्री व विधायक अजय चंद्राकर ने कहा देश में समाज सुधार का आंदोलन चल रहा था, इस समय ब्रिटिश शासन चल रहा था. इसी समय सती प्रथा, विधवा विवाह और कई कु प्रथाओं को रोकने के लिए कानून बनाए गए। गुरु घासीदास जी का आंदोलन भी चल रहा था। कहीं ना कहीं आंदोलन का प्रभाव पड़ा था. नकुलदेव ढ़ीढ़ी और ममतामई मिनीमाता भी अपने समय में समाज सुधार का काम किए. यह महान समाज सुधारक थे. उन्होंने कहा की डॉ भीमराव अंबेडकर संविधान सभा के प्रारूप समिति के अध्यक्ष और सबसे ज्यादा पढ़े लिखे व्यक्ति थे. उन्होंने सभी वर्गों के अधिकारों को ध्यान में रखते हुए भारत के संविधान की रचना की। 10वीं, 12वीं कक्षाओं में प्रवीण सूची में स्थान पाने वाले विद्यार्थियों, कलाकारों, कवि, साहित्यकार, पर्वतारोही, हुनरमंद, पेंटर एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया. कलाकार तेजराम बांधे के द्वारा छत्तीसगढ़ी लोककला मंच मोर मया के मयारू एवं सत्य संदेश मंगल भजन पार्टी ग्राम रोहिना राजिम की प्रस्तुति हुई। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे सतनामी समाज जिला धमतरी के अध्यक्ष भाव सिंह डहरे ने कहा कि दादा नकुल देव ढ़ीढ़ी, गुरु घासीदास जयंती के जनक हैं. उन्होंने समाज सेवा के नाम पर कई एकड़ अपनी जमीन बेच दी। गुरु घासीदास जी को याद करने के साथ ही दादा नकुल देव ढ़ीढ़ी के योगदान को भी याद करना पड़ेगा। विशिष्ट अतिथि पुष्प लता देवांगन नगर पंचायत भखारा भठेली, रामगोपाल देवांगन, दिलेश्वर साहू उपाध्यक्ष नगर पंचायत भखारा भठेली ने भी सभा को संबोधित किया. अतिथि भावसिंह डहरे, चुरामणि साहू, रोशन केला, कृष्णा साहू, ईश्वरी सोनवानी, पूरन दीवान, ईश्वर साहू, भारती साहू, गणेश्वरी पटेल, ओम कुमारी सोन, दीनानाथ साहू, ललित मनहरे, केशव साहू, संतोषी निषाद थे. सचिव खिलावन बारले और भखारा ब्लॉक अध्यक्ष तेजेश्वर कुर्रे ने आभार व्यक्त किया।