सनातन धर्म को खत्म करने का उदयनिधि स्टालिन का बयान घोर निदंनीय
कांग्रेस व सहयोगी डीएमके कर रही वोट के लिए तुष्टिकरण की राजनीति
सनातन जैसे महान और पवित्र धर्म की तुलना मच्छर, डेंगु, मलेरिया व कोरोना जैसे बीमारियों से करना मानसिक दिवालियापन का प्रतीक
धमतरी। भाजपा जिलाध्यक्ष शशि पवार, भाजपा जिला महामंत्री कविन्द्र जैन, भाजपा नेता व समाजसेवी राजेश शर्मा ने तमिलनाडु सरकार में मंत्री और मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म को लेकर दिए एक बयान पर कड़ी आपत्ति दर्ज कराया है। उदयनिधि द्वारा सनातन धर्म की तुलना मच्छर, मलेरिया, डेंगू व कोरोना जैसे बीमारियों से की है। साथ ही इसे पूरी तरह मिटाने की बात कही। उनका यह बयान घोर निदंनीय है। हिन्दू समाज व सनातन धर्म को मानने वाले उनके इस बयान का पूरजोर विरोध कर रहे है। नेताओं ने कहा कि तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन के बेटे और डीएमके सरकार में मंत्री सनातन धर्म को मानने वालों के नरसंहार की अपील कर रहे हैं। डीएमके विपक्षी गुट (इंडिया) का एक प्रमुख सदस्य और कांग्रेस की पुरानी सहयोगी है। ऐसे में विपक्ष का चेहरा एक बार फिर देश के सामने उजागर हो गया है। विपक्ष के कुछ लोगो द्वारा इन घोर निदंनीय बयान का समर्थन किया जा रहा है। जो कि बिल्कुल स्वीकार नहीं है। भाजपा व सभी सनातनी इसका विरोध कर रहे है। भाजपा जिलाध्यक्ष शशि पवार, भाजपा जिला महामंत्री कविन्द्र जैन, भाजपा नेता व समाजसेवी राजेश शर्मा ने पूछा कि क्या उदयनिधि का बयान इंडिया गठबंधन की राजनीतिक रणनीति का हिस्सा है? वोट के लिए तुष्टिकरण की राजनीति के लिए हमारी संस्कृति का अपमान किया जा रहा है। यह बर्दास्त योग्य नहीं है। इसके विरोध में आज भाजपा द्वारा उदयनिधि स्टालिन का पुतला दहन किया गया। ऐसे देश को तोडऩे वाले व सनातन धर्म पर आघात वाले बयानों का भाजपा हमेशा विरोध करती रहेगी।