सभी निविदा में सेटिंग का आरोप लगाकर विपक्ष ने किया कुरुद पंचायत की बैठक का बहिष्कार
नेता प्रतिपक्ष भानु चन्द्राकर ने लगाया अध्यक्ष पर पद का दुरूपयोग करने का आरोप
मूलचंद सिन्हा
कुरुद। भानु चन्द्राकर, नेता प्रतिपक्ष नगर पंचायत कुरूद ने बताया कि नगर पंचायत परिषद कुरूद की बैठक आहुत की गई थी , परिषद के बैठक शुरू होते ही चर्चा के दौरान निविदा मामले को लेकर विपक्ष ने आरोप लगाया कि यहाँ टेंडर सब सेटिंग किया जाता है जिसमें उपाध्यक्ष सहित वरिष्ठ पार्षदों ने समर्थन किया और कहा गया की यहाँ के निविदा के ठेकेदार नगर पंचायत परिषद के ऊपर गंभीर आरोप लगा रहे है, परिषद के सभी वरिष्ठ साथीगण इस विषय को लेकर प्रशासन के ऊपर पुनरावृत्ति नहीं करने बात रखे, जिससे अध्यक्ष बौखला गए. वरिष्ठ पार्षद मनीष साहू के साथ विवाद भी हुआ.जिसे लेकर उपाध्यक्ष मंजु साहु बैठक छोड़कर चली गई, इस बात को गंभीरता से लेते हुए विपक्ष ने भी रणनीति बनाकर बैठक का बहिष्कार कर दिया, विपक्ष की ओर से नेता प्रतिपक्ष भानु चन्द्राकर, पार्षद तुमेश्वरी ध्रुव, विधायक प्रतिनिधि कृष्णकांत साहु, सांसद प्रतिनिधि मुलचंद सिन्हा एक साथ होकर अध्यक्ष और सीएमओ पर दबाव पूर्वक निर्णयों पर साइन करने के लिए परिषद के सदस्यों को बाध्य नहीं कर सकते.नेता प्रतिपक्ष भानु चन्द्राकर ने कहा नगर पंचायत कुरूद का यह कार्यकाल सिफऱ् भ्रष्टाचार के लिए याद रखा जायेगा, यहाँ जनता सेवा कम अपना सेवा ज़्यादा होता है, सेंटिग करके नगरीय प्रशासन से राशि लाकर नगर के लगभग जगहों मे सीसी रोड को डबल काम कर दिया गया, तालाबों के लिए ज़बरदस्त गहरीकरण का प्रस्ताव बनाया जाता है, जिस काम में ठेकेदारों के माध्यम से ज़्यादा अर्निंग होता है उसी काम के लिए शासन से पैसे मंगाया जाता है, कुल मिलाकर 4 वर्षों मे नगर पंचायत के तानाशाही अध्यक्ष पावर और मनी के रूप मे दबाव डालकर स्वाभिमानी सदस्यों को हताश और निराश करते रहे है इसका परिणाम है नगर पंचायत उपाध्यक्ष मंजु साहु सत्तारूढ़ पार्टी के होते हुए बैठक छोड़कर चली गई, हमारे परिषद साथी के अपमान वरिष्ठ सदस्यों के तानाशाही रवैये के चलते आज विपक्ष की ओर से हमारे सभी साथियों ने परिषद बैठक को बहिष्कार करने का निर्णय लिए.
ऑनलाइन निविदा में अनियमितता संभव नहीं, आरोप बेबुनियाद है – तपन चन्द्राकर
इस मामले में तपन चंद्राकर अध्यक्ष नगर पंचायत कुरूद ने कहा कि ऑनलाइन निविदा में किसी भी प्रकार की अनियमितता नहीं की जा सकती है, सभी आरोप बेबुनियाद है। विपक्ष सिर्फ आरोप लगाना जानता है जनसेवा करना उनकी फितरत में नहीं है।