निगम में रात भर, 9 घंटे की मशक्कत के बाद पकड़े 56 आवारा मवेशी
कल शाम 7 बजे से आज सुबह 4 बजे तक निगम ने चलाया रोका-छेका अभियान
बीते 4 दिनों में 106 मवेशियों को भेजा गया कांजी हाउस
धमतरी। शहर में आवारा मवेशियों की बढ़ती संख्या से शहरवासी परेशान है। बीते कुछ दिनों में आवारा मवेशियों के चलते कुछ सड़क दुर्घटनाएँ भी हुई जिनमें दो लोगो की मौत भी हो गई। इसके पश्चात निगम द्वारा लगातार आवारा मवेशियो के खिलाफ रोका-छेका अभियान चला रही है। पहले सप्ताह में तीन दिन रोका-छेका अभियान चलाया जाता था। अब सड़क दुर्घटनाओं व बारिश के मौसम को देखते हुए लगातार अभियान चलाया जा रहा है। जिसके तहत कल शाम 7 बजे से निगम टीम आवारा मवेशियों की धरपकड़ के लिए निकली सुबह 4 बजे तक 9 घंटे की मशक्कत के बाद 56 आवारा मवेशियों को पकड़कर कांजी हाउस भेजा गया। कल निगम काउ कैचर टीम विंध्यवासिनी मंदिर क्षेत्र, दानीटोला इंडोर स्टेडियम, सुलभ कॉम्पलेक्स क्षेत्र, गौरव पथ, लालबचीगा, पुराना बस स्टैण्ड, अठवानी गली व नेशनल हाईवे में अभियान चलाया गया। बता दे कि बीते 4-5 दिनों में निगम द्वारा 106 मवेशियों को पकड़कर कांजी हाउस भेजा गया। उक्त अभियान निगम आयुक्त विनय पोयाम के निर्देश पर चलाया जा रहा है। कल के अभियान का नेतृत्व करते हुए निगम उपायुक्त पीसी सार्वा स्वयं रात भर काउ कैचर टीम के साथ जुटे रहे।
दुव्र्यवहार पर उतारु हो जाते है कुछ लापरवाह पशुमालिक
बार-बार समझाईश के बाद भी जब पशु मालिक लापरवाही बरतते हुए पशुओ को खुला छोड़ देते है तब निगम द्वारा मजबूरन रोका छेका अभियान चलाती है। इसका भी विरोध कुछ लापरवाह पशु मालिकों द्वारा किया जाता है। कल भी कुछेक स्थानों पर पशु मालिकों द्वारा पशुओ को पकडऩे से नाराजगी जाहिर करते रहे। जबरदस्ती निगम वाहन में चढ़ाये गये मवेशी को वाहन से उतारा, जिसके पश्चात पुलिस बुलाकर कार्रवाई को आगे बढ़ाया गया।
निगम कार्रवाई की लोगो ने की सराहना
उपायुक्त पीसी सार्वा ने बताया कि निगम द्वारा चलाये जा रहे रोका छेका अभियान से लोगो ंने प्रसन्नता जाहिर की है कल के अभियान के दौरान लालबगीचा क्षेत्र के कुछ निवासियों ने निगम कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा कि ऐसी कार्रवाई लगातार होनी चाहिए। वार्डवासी आवारा मवेशियों के जमघट व उनकी गंदगी से त्रस्त हो चुके है।
खुले में न छोड़े मवेशी अन्यथा होगी कार्रवाई – उपायुक्त पीसी सार्वा
उपायुक्त पीसी सार्वा ने कहा कि बार-बार मवेशी मालिकों को मवेशियों को खुले में न छोडऩे की समझाईश देने के बाद भी मवेशी मालिक लापरवाही बरत रहे है। जिससे दुर्घटना की आंशका बढ़ जाती है। यातायात प्रभावित होता है गंदगी बढ़ती है। नालियों में गोबर डालने से नालियां जाम होती है। इसलिए मवेशी मालिकों से अपील है कि मवेशियों को खुला न छोड़े। निगम द्वारा प$कड़े गये मवेशियों को छुड़ाने जुर्माना वसूला जाएगा। दूसरी बार मवेशी पकड़ाने दुगुणा जुर्माना वसूला जाएगा।