मास्टर प्लान 2031 लागू, पूर्व में मास्टर प्लान का विकास में नहीं रहा प्रभाव
आगामी 20 सालों के विकास की कार्ययोजना बनाकर लागू किया गया है प्लान, इसके अनुसार विकास हो तो बदल सकती है शहर की दशा दिशा
22 गांव प्लान में शामिल, बढ़ाया गया है डेवलप एरिया
धमतरी । धमतरी शहर का 2031 तक का मास्टर प्लान शासन से एप्रुवल के बाद लागू हो गया है। इससे अब शहरी विकास व्यवस्थित ढंग से होने की उम्मीद बढ़ी है। हालांकि पिछले मास्टर प्लान का शहर विकास में कोई विशेष योगदान नहीं रहा है। पिछला मास्टर प्लान फाईलों तक ही सीमित रहा। इसलिए इस बार नये प्लान को सार्थक करने की मांग हो रही है। बता दे कि 8080.40 हेक्टेयर क्षेत्र में शहर फैला है। जिसका व्यवस्थित नक्शा जारी किया गया है। जिसमें आवासीय, सामान्य ग्रामीण आबादी, वाणिज्यक के अन्तर्गत मंडी, यातायात नगर, औद्योगिक के तहत सामान्य व सार्वजनिक व अद्र्ध सार्वजनिक सेवायें, श्मशाम घाट, सार्वजनिक सेवायें, यातायात, बस स्टैण्ड, रेल्वे लाईन, उद्यान, वृक्षारोपण, खेल मैदान, कृषि, जलाशय आदि की अलग अलग जानकारी दी गई है। उक्त मास्टर प्लान में सभी क्षेत्रो का अलग-अलग रंगो के आधार पर चिन्हाकिंत किया गया है। उक्त मास्टर प्लान में 22 गांव को शामिल किया गया है। जिसमें उसलापुर, हटकेशर, संबलपुर, देमार, मुजगहन, अर्जुनी, सेहराडबरी, खपरी, तेलीनसत्ती, रत्नाबांधा, सोरिदभाट, श्यामतराई, शंकरदाह, हरफतराई, कानीडबरी, कोलियारी, गोकुलपुर, करेठा, रुद्री, भटगांव शामिल है। मास्टर प्लान में श्यामतराई क्षेत्र ट्रांसपोर्ट नगर, देमार क्षेत्र को औद्योगिक एरिया, खपरी क्षेत्र को बस स्टैण्ड, रुद्री पॉलीटेक्निक व सेंट जेवियर्स स्कूल के आसपास को शैक्षणिक के लिए प्रस्तावित किया गया है। ज्ञात हो कि नगर एवं ग्राम निवेश के सहायक संचालक प्रतीक दीक्षित ने बताया कि धमतरी शहर के 2031 का मास्टर प्लान को राज्य सरकार ने अप्रूव कर दिया है। मास्टर प्लान में शहरी सीमा कुल 8080.40 हेक्टेयर का है। इसमें 1610.72 हेक्टेयर क्षेत्र केवल आवासीय प्रयोजन के लिए आरक्षित है। कमर्शियल 234.67 हेक्टेयर, औद्योगिक 86.15 हेक्टेयर सार्वजनिक 258.95, मिश्रित 59.10, आमोद-प्रमोद व पौधरोपण के लिए 311.53 व यातायात के लिए 521.20 हेक्टेयर जगह आरक्षित की गई है। साथ ही जलाशय एवं बांध के लिए 527.30 हेक्टेयर एवं कृषि भूमि के लिए 4470.77 हेक्टेयर भूमि आरक्षित है। साल 2031 की मास्टर प्लान की आगामी जनसंख्या 2.50 लाख प्रस्तावित है।
ये होता है मास्टर प्लान व उसका महत्व
मास्टर प्लान लॉन्ग टर्म टिकाऊ इकोनॉमिक ग्रोथ सुनिश्चित करने के लिए प्लांड डेवलपमेंट्स के माध्यम से एक शहर में शहरी विकास का मार्गदर्शन करने वाले व्यापक डॉक्यूमेंट्स हैं। यह 20 साल के अंतराल पर बनाया जाता हैं और शहर के कमर्शियल, रेसीडेंशियल और इंफ्रास्ट्रक्टरल के डेवलपमेंट पर डिटेल्ड लिस्टेड करते हैं। इनमें विभिन्न एरियाज में डेवलपमेंट के लिए इमेजिस, आँकड़े, मैप्स, रिपोर्ट और रूप रेखाएँ शामिल हैं। मास्टर प्लान एक गतिशील डॉक्यूमेंट्स है जिसमें किसी शहर में संभावित लैंड डेवलपमेंट और उपयोग पर केंद्रित कार्यों की एक डिटेल्ड लिस्ट होती है। यह एक लॉन्ग टर्म योजना है जिसका उद्देश्य हाउसिंग आवश्यकताओं, कमर्शियल और इंडस्ट्रियल ज़ोन्स, सामुदायिक सुविधाओं और बेहतर परिवहन सहित बढ़ती शहरी आबादी की मांगों को पूरा करना है।