गणपति बप्पा मोरिया के जयकारो के साथ हो रहा भगवान श्री गणेश का विसर्जन
रुद्रेश्वर महादेव घाट पर प्रतिमाओं के विसर्जन हेतु की गई है व्यापक व्यवस्था
गुरुवार से शुरु हुआ विसर्जन का दौर, शनिवार तक रहेगा जारी
धमतरी। रुद्रेश्वर घाट में गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन कल से शुरु हो चुका है। अधिकांशत: घरो व प्रतिष्ठानों में विराजित छोटी प्रतिमाओं का विसर्जन पहले हुआ। लोग भक्ति भाव के साथ विर्सजन करने सहपरिवार रुद्रेश्वर घाट पहुंचे और पूजा अर्चना कर विसर्जन किया। विसर्जन हेतु पर्याप्त व्यवस्था की गई है। जिला प्रशासन द्वारा कई नियम भी लागू किये गये है, जिनके अनुसार विसर्जन किया जा रहा है। लोगो को पानी में उतरने से रोकने व प्रतिमा विसर्जन के लिए गोताखोर लगाये गये है। जिनके द्वारा ट्यूब सवार होकर छोटी प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया। वहीं पूजन सामाग्री को नदीं में विसर्जित से बचाने कुंड का निर्माण किया गया। जहां सामाग्रियों को विसर्जन किया गया। अधिकारियों, कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गयी है तथा सभी उपलब्ध संसाधनों, आवश्यक सुसंगत व्यवस्था के साथ प्रतिमाओं को सुरक्षात्मक रूप से विसर्जन हेतु विस्तृत दिशा-निर्देश दिये गये है। निगम क्षेत्रांतर्गत तालाबों में मूर्तियों का विसर्जन किया जाना प्रतिबंधित किया गया है। निगम द्वारा विसर्जन स्थल में पेयजल व्यवस्था, अग्निशमन वाहन की व्यवस्था, साफ-सफाई व्यवस्था की गई है। फूल माला सामाग्री आदि के विसर्जन हेतु कुण्ड का निर्माण किया गया है। विसर्जन स्थल में पंडाल सेट, टेबल कुर्सी व्यवस्था एवं विसर्जन क्षेत्र में सी.सी. टी.वी. कैमरे की व्यवस्था की गई है।
ज्ञात हो कि कल शाम से शहर में बड़ी प्रतिमाओं के विसर्जन का दौर शुरु हुआ। विसर्जन हेतु समितियों द्वारा आकर्षक धुमाल लगाये गये थे। जिनके धून पर थिरकते हुए भगवान गणेश के जयकारो के साथ जुलुस के रुप में निकले और देर रात तक रुद्री स्थित विसर्जन स्थल पहुंचे इस दौरान पुलिस की तगड़ी व्यवसथा रही। वहीं आज भी विसर्जन का दौर जारी है। कुछ समितियों द्वारा कल भी प्रतिमाओं का विसर्जन किया जायेगा।
तालाबो को स्वच्छ रखने मूर्ति विसर्जन पर प्रतिबंध
सरोवर के संरक्षण को ध्यान में रखते हुए शहरी क्षेत्र के तालाबो को स्वच्छ रखने मूर्ति विसर्जन पर प्रतिबंध लगाया गया है। इसके तहत बनिया तालाब, गौरवपथ के आमा तालाब, दानीटोला के शीतला तालाब में छोटी मूर्तियों के संग्रहण के लिए अधिकारी कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। इस तरह तालाब को स्वच्छ रखने मूर्तियों को वहां विसर्जित न कर निगम कर्मियों को सौंप सहयोग करने की अपील की गई है।