5 सालों में बढ़े 18 हजार 887 किसान, धान खरीदी का लक्ष्य भी बढ़ा 14.25 लाख क्विंटल
सत्र 2019-20 में 105519 किसानों ने कराया था पंजीयन, 2023-24 में किसान बढ़कर हुए 124406
पांच सालों पहले 40.52 लाख क्विंटल था लक्ष्य, इस साल 54.77 लाख क्विंटल है लक्ष्य
धमतरी। 1 नवम्बर से प्रदेश में धान खरीदी प्रारंभ हो गया है जो कि अगले दो महीने तक जारी रहेगा। साल दर साल जिले में शासन को समर्थन मूल्य पर धान बेचने वाले किसानों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। साथ ही खरीदी का दायरा भी बढ़ता जा रहा है। बता दे कि बीते 5 पांच वर्षो में जिले में 18 हजार 887 अधिक किसानों की संख्या बढ़ी है। अर्थात इतने नये किसानों की पंजीयन संख्या बढ़ी है। सत्र 2019-20 में जिले में 1 लाख 5519 किसानों ने धान बिक्री हेतु पंजीयन कराया था जिनसे 40.52 लाख क्विंटल धान खरीदी गया। इसके बाद 2020-21 में 1 लाख 11717 किसानों का पंजीयन हुआ और खरीदी लक्ष्य 43.98 लाख क्विंटल हुआ। 2021-22 में 1 लाख 17362 किसानों का पंजीयन हुआ और धान खरीदी का लक्ष्य बढ़कर 48.84 लाख क्विंटल हो गया।
2022-23 में 1 लाख 21234 किसानों के पंजीयन के साथ संख्या और बढ़ी और खरीदी लक्ष्य घटकर 48.42 लाख क्विंटल हो गया। इसके बाद सरकार द्वारा इस वर्ष धान खरीदी का दायरा बढ़ाते हुए किसानो से प्रति एकड़ जहां 15 क्विंटल धान खरीदी की जा रही थी। उसे बढ़ाकर 20 क्विंटल किया गया। इसका प्रभाव हुआ और इस वर्ष और बढ़कर किसानों ने धान खरीदी का पंजीयन कराया इस वर्ष 1 लाख 24406 किसानों ने समर्थन मूल्य पर धान बेचने पंजीयन कराया है। अब 20 क्विंटल प्रति एकड़ खरीदी के फैसले के कारण लगभग 20 प्रतिशत लक्ष्य भी बढ़ाया गया है। इसलिए 48.42 लाख से बढ़ाकर 54.77 लाख क्विंटल खरीदी का लक्ष्य किया गया है। इस प्रकार स्पष्ट है कि बीते 5 सालों में 18 हजार 887 नये किसानों ने पंजीयन कराया है। जबकि खरीदी लक्ष्य भी 14.25 लाख क्विंटल बढ़ा है।
10 साल पहले 1410-1450 रुपये प्रति क्विंटल में होती थी खरीदी
ज्ञात हो कि किसानों को उनकी मेहनत का फल देने हेतु कई अहम निर्णय हुए है। जिसके तहत समर्थन मूल्य में खरीदी के दाम भी बढ़े है। जहां सत्र 2015-16 में धान कामन (मोटा) 1410, धान ग्रेड ए (पतला) 1450, धान सरना 1410 और मक्का 1325 प्रति क्विंटल में खरीदा जाता था उसे बढ़ाकर आज कि स्थिति में धान कामन (मोटा) को 2183, ए ग्रे (पतला) को 2203 के दाम में खरीदा जा रहा है। वहीं 2800 रुपये के शेष राशि को किश्तों में बोनस के रुप में भुगतान किया जा रहा है।