लक्ष्मी पूजा के बाद आज निकली गौरा-गौरी की बारात
ग्राम सेमरा सी मे सभी त्यौहार सप्ताह भर पूर्व मनाने की परम्परा का किया गया निर्वहन
धमतरी। भगवान राम की अयोध्या वापस लौटने की खुशी में कार्तिक आमावस्या पर दीपावली पर्व हर्षोल्लास से मनाया जाता है। लेेकिन जिले का एक गांव ऐसी भी है जिसमें दीपावली सहित सभी प्रमुख त्यौहार निर्धारित तिथि से एक सप्ताह पूर्व ही मनाया जाता है. इसी कड़ी में ग्राम सेमरा सी में आमावस्या के एक सप्ताह पहले ही अष्टमी को ही कल लक्ष्मी पूजा व आज गोवर्धन पूजा पर्व मनाया गया।
बता दे कि सालें से यह परम्परा चली रही है। जिसे गांव के सभी निवासी पालन करते है। ऐसी किवदंती है कि गांव में सिरदार देव का मंदिर जहां से ग्रामीणों की आस्था जुड़ी हुई है। ग्रामीण बताते है कि ग्राम देवता सिरदार ने बुजुर्गो को स्वप्न में दर्शन दिये थे और उनके आदेशानुसार ही गांव में खुशहाली के लिए त्यौहार सात दिन पहले ही मनाया जाता है। इस मान्यता से अलग होकर त्यौहार बनाने से गांव में कुछ अनिष्ठ होता है। बुजुर्गो के इस परम्परा को आज के पीढ़ी भी मानते आ रहे है।
बता दे कि लक्ष्मी पूजन पर छत्तीसगढ़ी नाचा पार्टी खुंदनी, गुरुर का कार्यक्रम आयोजित किया गया। वहीं लतमर्रा, डोंगरगढ़ का कार्यक्रम भी आयोजित किया गया। आज सुबह से गांव में गौरी गौरा की बारात निकाली जिसमे न सिर्फ गांव के बल्कि आसपास के अन्य गांवो के लोग भी हर्षोल्लास के साथ शामिल हुए। ग्रामीणों के घर मेहमान भी पहुंचे जिन्होने पर्व का लुत्फ उठाया। गौरी-गौरा की बारात पूरे गांव में घुमाया गया जिसका घर-घर पूजन किया गया।
जिसके पश्चात गांव के तालाब में विसर्जन किया गया। सामान्य दिवाली पर्व की तरह ही नये वस्त्र पहनकर, पटाखे फोड़, दीप जलाकर पर्व की खुशियां बाटी। बता दे कि गांव में न सिर्फ दीपावली बल्कि दशहरा, होली, पोला, जैसे त्यौहार भी सप्ताह पूर्व मनाया जाते है।