बिना मुसाफिरी दर्ज कराये शहर में घूम रहे कई बाहरी लोग
भीक्षा मांगने, व्यापार करने अन्य प्रदेशो से आ रहे जिले में लोग
अपराधों की रोकथाम, सुरक्षा के दृष्टिकोण से बाहरी लोगों को थाने में मुसाफिरी दर्ज कराना है अनिवार्य, पुलिस के निर्देशों का नहीं हो रहा पालन
धमतरी । पिछले कुछ समय से शहर में कई नये लोग नजर आ रहे है। इनमें कुछ गर्म कपड़े बेचने, कुछ दीपावली के सजावटों आइटम बेचने कुछ धार्मिक काम के लिए चंदा मांगने सहित अन्य कार्यो से खुद को जुड़ा बताते है। लेकिन यह स्पष्ट नहीं होता कि उनकी द्वारा बताई गई जानकारी सही होती है या नहीं इनमें से कई ऐसे भी है जो कि अपने शहर में आने की जानकारी पुलिस थाने में नहीं देते जिससे अपराध की रोकथाम में मद्द नहीं मिल पाती। उल्लेखनीय है कि किसी भी बाहरी, अन्य प्रदेशो से आने वाले व्यक्तियों के लिए थाने मुसाफिरी दर्ज कराना अनिवार्य होता है। ताकि पुलिस को उनके आने का कारण उनके पहचान पत्र व उनके नम्बर, एड्रेस आदि पता हो। ऐसा इसलिए जरुरी होता है कि किसी अपराध के बाद यदि बाहरी लोगों की संंलिप्तता होने की आंशका हो तो दर्ज मुसाफिरी के आधार पर बाहरी व्यक्तियों की पड़ताल आसानी से की जा सकती है। इससे अपराधों के रोकथाम व सुरक्षा में मद्द मिलती है। और यदि मुसाफिरी दर्ज ही नही होतो फिर बाहरी व्यक्यिों की पड़ताल में पुलिस को दिन में तारे दिख जाते है। ज्ञात हो कि पूर्व में भी ऐसी वारदात हुई है जिनमें बाहरी व्यक्तियों की संलिप्तता रही है। तीन साल पूर्व सदर बाजार के दो ज्वेलर्स के दुकानों घरों में लगभग 76 लाख की चोरी में भी बाहरी लोगों का हाथ था जो कि सामान्य काम करते थे। ऐसे कई उदाहरण है जिनमें बाहरी व्यक्तियों द्वारा गंभीर अपारधों को अंजाम दिया गया है। इसलिए मुसाफिरी दर्ज कराना जरुरी है।
ठंड में बढ़ जाती है बाहरी लोगों की संख्या
वैसे तो शहर में हर मौसम में अन्य प्रदेशों के लोग आते जाते रहते है। लेकिन ठंड के मौसम में बाहरी व्यक्तियों की संख्या ज्यादा हो जाती है। वर्तमान में भी शहर में कई बाहरी नजर आ रहे है। जिनमें कुछ गर्म कपड़े बेचने, कुछ भीख मांगने, कुछ धार्मिक कार्य के नाम पर चंदा मांगते कुछ साधु का वेश धारण कर शहर में भीक्षा मांग रहे है। जबकि कई अन्य कार्य भी कर रहे है। इनमें से अधिकांश तो मेहनत कर कुछ पैसे कमा कर अपना परिवार पालते है। लेकिन कुछ लोग शार्टकट से पैसा कमाना चाहते है। और वहीं अपराध को अंजाम देते है। इसलिए पुलिस को विशेष अभियान चलाकर ऐसे बाहरी व्यक्तियों की पड़ताल कर जानकारी जुटानी चाहिए ताकि किसी प्रकार के गंभीर अपराध से बचा जा सके।