तीन राईस मिलरो ने जमा नहीं कराया पिछले साल का 1115 मीट्रिक टन चावल, जब्त होगी बैंक गारंटी
जमा नहीं कराने वाले 31 मिलरों को दिया गया था 31 दिसम्बर तक का अंतिम समय, 28 ने कराया जमा
धमतरी। जिले में समर्थन मूल्य पर शासन द्वारा धान खरीदी के पश्चात केन्द्र से ही शासन द्वारा पंजीकृत राईस मिलरों को धान उठाव कस्टम मीलिंग कर चावल बनाने की अनुमति दी जाती है। जिसके पश्चात समय पर चावल जमा करना होता है लेकिन गत वर्ष धान उठाने के पश्चात चावल जमा नहीं करने वाले मिलरों पर सख्ती बरती जा रही है। बता दे कि गत वर्ष कस्टम मीलिंग हेतु पंजीकृत राईस मिलरों में से अधिकांश मिलरों ने समय पर मीलिंग कर चावल जमा करा दिया था। 31 मिलरों ने लगभग 13 हजार मीट्रिक टन चावल जमा नहीं कराया था। जिसके पश्चात लगातार जिला विपणन संघ व अन्य विभागों द्वारा राईस मिलरों को चावल जमा कराने निर्देशित किया जाता रहा। लेकिन कुछ मिलरों ने साल बीतने के बाद भी चावल जमा नहीं कराया था। आखिरकार शासन द्वारा 31 दिसम्बर 2023 तक चावल जमा कराने का अंतिम समय दिया गया जिसके पश्चात 28 मिलरों ने शेष चावल जमा कराया। जबकि 3 राईस मिलरों ने लगभग 1115 मीट्रिक टन चावल जमा नहीं कराया। ऐसे में जिला विपणन संघ द्वारा पंजीयन के समय मिलरों द्वारा दिये गये बैंक गारंटी को राजसात कर चावल की राशि वसूली जाएगी।
3.78 लाख मीट्रिक टन की खरीदी, 2.66 लाख मीट्रिक टन धान का हुआ उठाव
मिली जानकारी के अनुसार जिले में धान खरीदी लगातार जारी है। 100 केन्द्रो में खरीदी हो रही है। अब तक 3 लाख 78 हजार मीट्रिक टन धान की खरीदी हो चुकी है जिसमें 3 लाख 50 हजार मीट्रिक टन का उठाव आदेश जारी हो चुका है। अब तक मिलरों ने 2 लाख 66 हजार मीट्रिक टन धान का उठाव कस्टम मीलिंग हेतु किया जा चुका है। मिलरों द्वारा कस्टम मीलिंग कर एफसीआई व नान में चावल जमा कराया जा रहा है। बता दे कि जिले में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी कुल 1 लाख 24 हजार से अधिक किसानों ने पंजीयन कराया है। 31 जनवरी तक तक धान खरीदी होगी।
”गत सीजन में जिले के 31 मिलरों ने चावल जमा नहीं कराया गया था जिन्हें 31 दिसम्बर तक शासन द्वारा अंतिम समय दिया गया था। जिसके पश्चात 28 मिलरों ने चावल नहीं कराया जबकि 3 मिलरों ने लगभग 1115 मीट्रिक टन चावल जमा नहीं कराया है उनकी बैंक गारंटी राजसात की जाएगी। ÓÓ
सुनील सिंह राजपूत
डीएमओ, जिला धमतरी