नये हिट एंड रन बिल के विरोध में स्थानीय ड्रायवरों ने नहीं थामा स्टेयरिंग, यात्रियों को हुई परेशानी
धमतरी से रायपुर, दुर्ग, नगरी, बालोद रुट की बसे रही बंद, जगदलपुर रुट पर हुआ बसो का संचालन
धमतरी । केन्द्र सरकार द्वारा सड़क दुर्घटनाओं के संबंध में कानून में संशोधन करते हुए नया बिल लाया है जिसमें हिट एंड रन मामले के दोषी ड्रायवरों को 10 साल की सजा और 7 लाख जुर्माना का प्रावधान किया गया है। जिसका ड्रायवरो द्वारा लगातार विरोध किया जा रहा है। पूर्व में भी ड्रायवरो ने काम बंद कर विरोध जताया था। जिसके पश्चात बिल को रोकने का आश्वासन दिया गया था। लेकिन पुन: ड्रायवरो द्वारा हड़ताल किया जा रहा है। हालांकि इस बार हड़ताल का व्यापक असर स्थानीय स्तर पर ही रहा। जिले से संचालित होने वाली बसों के पहिए थमे रहे। स्थानीय ड्रायवरो ने आज स्टेयरिंग नहीं थामा, जबकि रायपुर-जगदलपुर रुट पर चलने वाले बसे पहले की तरह ही जारी रही। जिससे इस रुट पर लोगों को कम परेशानी हुई। ज्ञात हो कि धमतरी से रोजाना 250-300 बसों का संचालन होता है जिनमें धमतरी से रायपुर, बालोद, राजनांदगांव, नगरी, गुंडरदेही, दुर्ग, भखारा, मगरलोड, गरियाबंद के लिए गाडिय़ा शामिल है। इनमें रोजाना हजारो यात्री सफर करते है। उक्त मार्ग पर चलने वाली बसे आज पुर्णत: बंद रही। जबकि रायपुर से लेकर बस्तर क्षेत्र की बसें की संचालन होता रहा। इससे धमतरी रायपुर जाने वालो की संख्या अधिक होने के कारण भीड़ ज्यादा रही। बता दे कि आंदोलन को लेकर कल कोतवाली स्थित जनसंवाद कक्ष में जिला प्रशासन, पुलिस व ड्रायवर महासंघ के पदाधिकारियों के बीच बैठक हुई। जिसमें स्पष्ट निर्देश दिया गया था कि चलने वाली बसों को किसी प्रकार से ड्रायवरो द्वारा जबरदस्ती न रोका जाए। मार्ग अवरुद्ध करने या अन्य प्रकार से संचालित बसों को रोकने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। आज से नये बस स्टैण्ड में पुलिस बल तैनात रहा। हांलाकि समाचार लिखे जाने तक ड्रायवरो की हड़ताल शांतिपूर्ण जारी है।
ज्यादा किराया देकर ऑटो में सफर करने हुए मजबूर
धमतरी से चलने वाली बसों के बंद रहने से यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। यात्री बसों के इंतजार में यात्री घंटो खड़े रहे। ऐसे में यात्रियों को वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर ऑटो व जीप में सफर करना पड़ा। कुछ यात्रियों ने बताया कि बसो ंमें निर्धारित किराया से कहीं अधिक किराया देकर आटो, जीप में सफर करना पड़ा।
लोकल बस संचालकों को हो रहा नुकसान
आज से पुन: शुरु हुए हड़ताल से स्थानीय बस संचालकों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। बड़ी बसे चल रही है लेकिन स्थानीय ड्रायवरो ने हड़ताल का समर्थन किया है। इससे लोकल बसों का संचालन पूरी तरह बंद रहा। बस मलिक एसोसिएशन के अध्यक्ष महावीर गुप्ता ने बताया कि बस मालिक हड़ताल के पक्ष में नहीं है। लेकिन ड्रायवरो के हड़ताल के चलते बसे बंद है। इससे यात्रियों को परेशानी तो हो रही है साथ ही बस संचालकों को आर्थिक नुकसान हो रहा है।