वीर सावरकर को करीब से समझने पँ राजेश शर्मा अंडमान यात्रा के दौरान पहुंचे जेल
सेल्युलर जेल जाकर वीर सावरकर और उनकी देशभक्ति की पराकाष्ठा का अनुभव होता है- पँ राजेश
धमतरी । अंग्रेजो ने जिस जेल को भारतीयों के दमन के लिए बनाया था, आजादी की लड़ाई को कुचलने के लिए बनाया था, राष्ट्रवाद की लहर को रोकने के लिए बनाया था , इसकी सजा को नाम काला पानी दिया था आज उस जेल में जाकर किसी भी भारतीय के अंदर देशभक्ति, और राष्ट्रवाद का उमंग हिलोरें लेने लगता है, और अंग्रेजो का ये दांव आज पूरी तरह से उलट पड़ता दिखता है, इसकी एक ही वजह है, वो है वीर सावरकर जी, जिनसे डर कर अंग्रेजो ने अंडमान निकोबार द्वीप पर बने सेल्युलर जेल में उन्हें बन्द कर दिया था, लेकिन अंग्रेज उन्हें तब भी वहाँ रोक नही पाए, और जिस बैरक में सावरकर बन्द थे, आज जेल के उस बैरक में जाते ही रोंगटे खड़े ही जाते है।
धमतरी के भाजपा नेता पँ राजेश शर्मा ने अपनी इस जेल यात्रा के अनुभव साझा करते हुए कहा कि, भारत के राष्ट्र भक्तों को और सनातन धर्मियों में जरूर सेल्युलर जेल की यात्रा करनी चाहिए। क्योंकि वहाँ जाकर ये समझ मे आता है कि आखिर इतनी विपिरित और कठिन परिस्थितियों में भी सावरकर ने कैसे हार नही मानी, कितना बड़ा नैतिक बल उनके अंदर था और कितना मजबूत उनका संकल्प था। गलत इतिहास पढ़कर आमजन को झूठा परोसा गया यह साजिश रही की वीर महापुरषों की बलिदान को छुपाया गया वीर सावरकर महान देश भक्त आजादी की लड़ाई से लेकर सावरकर ने ही हिंदुत्व की बात कही हिंदुत्व हू इज हिन्दू पुस्तक लिखा। पं राजेश शर्मा के दोनो पुत्र इस यात्रा में साथ गए पं शर्मा ने कहा हमारी भावी पीढ़ी को पूर्ण सत्य असल इतिहास का ज्ञान होना आवश्यक है राष्ट्रवाद राष्ट्रभक्ति हिन्दुत्व के नायक थे वीर सावरकर।