कलेक्टर सुश्री नम्रता गांधी ने बच्चो को एल्बेंडाजोल की दवा खिलाकर की राष्ट्रीय कृमिमुक्ति दिवस की शुरुआत
जिले के 1 से 19 साल तक के लक्षित 3 लाख 12 हजार 356 बच्चो को खिलाई जायेगी एल्बेंडाजोल की दवाई
धमतरी कलेक्टर नम्रता गांधी ने आज राष्ट्रीय कृमिमुक्ति दिवस पर स्थानीय आमातालाब स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में बच्चो को एल्बेंडाजोल की दवाई खिलाकर इसकी शुरुआत की। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मंडल सहित स्वास्थ्य और स्कूल का अमला मौजूद रहा। सी एम एच ओ ने बताया कि मॉप-अप राउंड 15 फरवरी 2024 को किया जाएगा, जिसमें छूटे हुए बच्चों को दवा दी जाएगी।गौरतलब है कि जिले में 1 से 19 साल तक के लक्षित लगभग 3 लाख 12 हजार 356 बच्चों को एलबेन्डाजॉल खिलाई जायेगी। एलबेन्डाजॉल 400 मि.ग्रा. की दवाई 1 साल से 2 साल तक बच्चों को आधी गोली चम्मच में घोल कर एवं 2 से 3 साल तक के बच्चों को 1 पूरी गोली घोलकर अथवा चबाकर तथा 19 साल तक की आयु वर्ग के बच्चों को 1 गोली पूरी चबा-चबाकर खाने को दिया जायेगा। यह दवाई कड़वी नही होती है, इस दवाई को सेवा प्रदाता अपने सामने में खिलायेगें।जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. जे.पी. दीवान के द्वारा बच्चों में कृमि संक्रमण से शरीर पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में बताया कि कृमि बच्चों में कुपोषण के मुख्य कारक है। शरीर में खून की कमी होने से कमजोरी व थकान महसूस होती है तथा शरीर का विकास नही होता और मानसिक विकास में भी अवरोध पैदा करता है। कृमि से होने वाले लक्षण में दस्त, पेट दर्द, भूख न लगना, कमजोरी व उल्टी लगना है। कृमि संक्रमण से बचाव हेतु एलबेन्डा जॉल की 1 गोली की खुराक दी जाती है।