मीटिंग करना है तो सब कुछ हो जाता है, यदि मीटिंग नहीं करना है तो 10 बहाने हैं-रुपेश राजपूत
धमतरी पिछले छह महीने से नगर निगम के ज़िम्मेदार लोग और हम सभी पार्षद कांग्रेस के सभापति को बार बार अनुरोध कर रहे हैं की सामान्य सभा का मीटिंग बुलाए और कम से कम सामान्य सभा बुलाकर जाति प्रमाण पत्र को ज़रूर निपटा देंगे ताकि जो लोग जाति प्रमाण पत्र के लिए नगर निगम का चक्कर काट रहे है उन्हें जाति प्रमाण पत्र जारी किया जा सके इसके लिए कांग्रेस के पार्षदों ने दो दो बार सभापति को लिखित आवेदन भी दे चुके हैं विधानसभा चुनावों के पूर्व से सभापति को निवेदन किया जा रहा है मीटिंग करने के लिए किंतु यदि मीटिंग नहीं करना है तो 10 मीन मेख निकाल कर मीटिंग को रोक सकते हैं और यदि मीटिंग करना है तो सब कुछ ठीक हो जाता है ये बड़ी बड़ी बातें करके अपने आप को बड़ा बनाने से कुछ नहीं होता है पूरे शहर को नज़र आ रहा है कि मीटिंग करने में कौन आनाकानी कर रहा है
वर्तमान सभापति पूर्व सभापति दोनों मिल कर मीटिंग नहीं करने के लिए कुछ न कुछ कमिया निकाल कर मीटिंग को रोकने का भरसक प्रयास कर रहे स्क्रिप्ट तैयार कर रहे हैं ताकि सत्ता पक्ष के ऊपर मीटिंग ना करने का ब्लेम लगाया जा सके जिसे पूरा शहर देख रहा है ये बड़ी बड़ी बातें कर साहित्यिक शब्दों का इस्तेमाल कर अपने आप को बड़ा बनाने की बजाय ये दिमाग़ मीटिंग करने में लगाए तो पूरे शहर का भला होगा पिछले एक साल से जाति प्रमाण पत्र के लिए आवेदन नगर निगम में जमा हो रहा है फिर क्या ज़रूरत थी की पाँच तारीख़ तक फिर से समय बढ़ाने की जितना आवेदन जमा है उस पर मीटिंग किया जा सकता था लेकिन बेरोज़गार युवाओं का भविष्य का बहाना बनाकर समय बढ़ाकर सामान्य सभा न करने का प्लानिंग किया गया ताकि आचारसंहिता लग जाए और मीटिंग ना हो पाँच महीनों से लगातार बोलने के बाद भी सामान्य सभा की मीटिंग नहीं हुई.