प्रमुख अभियंता लोक निर्माण विभाग छग की टीम जांच हेतु ले गई एलईडी स्ट्रीट लाइट
एलईडी घोटाले में पार्षद विजय मोटवानी ने ,दी निगम की जिम्मेदार लोगों को जांच की चुनौती
नेता प्रतिपक्ष नरेंद्र रोहरा द्वारा जांच में शामिल न किए जाने पर उठाएं सवाल
धमतरी। नगर निगम में एलइडी स्ट्रीट लाइट का ठेका 39 लाख रुपए 4700रूपये फिटिंग समेत जगदलपुर की एक कंपनी को दिया गया था तथा कार्य को पूर्ण करने के लिए एक महीने की अवधि दी गई थी जिसका पालन न करते हुए मात्र 5 दिनों में ही शहर के 40 वार्ड के खंभे लगायें गये लाइट आधे से अधिक खराब होकर तीसरी बार निकल चुके हैं जिसकी जांच हेतु कमिश्नर विनय पोयम द्वारा प्रमुख अभियंता लोक निर्माण विभाग छत्तीसगढ़ तथा सिंचाई विभाग को जांच एजेंसी बनाई गई उसके बाद महापौर ने भी विद्युत एवं ऊर्जा विभाग से जांच करने का निर्णय एम.आई.सी. द्वारा लिया गया था लेकिन आज तक इस नाम पर खानापूर्ति हो रहा है यहां तक कहा जा रहा है कि प्रमुख अभियंता की जो टीम नगर निगम में आई थी और जिन लाईटो को निकाल कर ले जाया गया है वह दो दिन पहले ही ब्रांडेड कंपनी की नए लाइट उन्ही खंबो पर लगाए गए थे जहां से उतर कर ले गए हैं। जिस पर नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष नरेंद्र रोहरा ने कहा है की जांच यदि निष्पक्ष होनी है तो हम विपक्ष के पाषर्दगढ़ो को भी संबंधित एजेंसी को पहले जांच सहित सभी प्रक्रियाओं में विश्वास में लेना था क्योंकि संबंधित एजेंसी को हमने पहले ही सारे दस्तावेज सहित अन्य आवश्यक सामग्री जांच हेतु उपलब्ध करा चुके हैं, तो हमें सूचित करना था और जांच में हम शहररहित में शामिल होकर सहयोग करने के लिए पूरी तरह तैयार थे। वहीं दूसरी और पार्षद विजय मोटवानी ने कहा है कि पूरी खरीदी की प्रक्रिया ही शुरू से संदेह के घेरे में है यह किसी न किसी को लाभ पहुंचाने के लिए तथा अपनी स्वार्थ पूर्ति के लिए शहर हित को बलि पर चढ़ाया गया भ्रष्टाचारियों की खरीदी है।
श्री मोटवानी ने आगे कहा है कि नगर निगम के जिम्मेदार लोगों में थोड़ा भी नैतिक साहस बचा है तो एलइडी स्ट्रीट लाइट के मूल्य तथा उसको लगाने में लगने वाली सामग्री एवं फिटिंग चार्ज से संबंधित जो उल्लेख 4700 प्रति नग के हिसाब से टेंडर में किया गया है उसके लिए प्रतिष्ठित फॉर्म से भौतिक सत्यापन करावे दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा।