बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ: विधायक श्री अजय चन्द्राकर ने किया ई-कॉन्टेंट वेब पोर्टल ’स्वाध्याय धमतरी’ एप्प का विमोचन
स्वाध्याय धमतरी’ वेब का अधिक से अधिक उपयोग करने कहा
धमतरी बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के तहत महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा निःशुल्क पाठ्यक्रम नीट/जेईई की तैयारी के लिये आज कृषि उपज मंडी कुरूद में विधायक कुरूद श्री अजय चन्द्राकर द्वारा ई-कॉन्टेंट वेब पोर्टल ’स्वाध्याय धमतरी’ एप्प का विमोचन किया गया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि स्कूली बच्चों के लिये तैयार किए गए इस एप्प के माध्यम से बच्चों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने में सहायता मिलेगी। जिससे वे अपने भविष्य की राह तलाशेंगे। श्री चन्द्राकर ने बच्चों से ऐसी प्रतियोगी परीक्षाओं में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने के लिये प्रोत्साहित किया। उन्होंने परीक्षाओं के लिये ’स्वाध्याय धमतरी’ एप्प का अधिक से अधिक उपयोग करने पर जोर दिया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्रीमती ज्योति चन्द्राकर ने कहा कि बच्चों को स्वाध्याय धमतरी एप्प का उपयोग कर प्रतियोगी परीक्षाओं में अव्वल आने के लिये प्रोत्साहित किया।
इस अवसर पर कलेक्टर सुश्री नम्रता गांधी ने बच्चों को वेबपोर्टल का परिचय दिया। उन्होंने विद्यार्थियों से रू-ब-रू चर्चा करते हुए अपने विद्यार्थी जीवन से लेकर कलेक्टर बनने तक का सफर को साझा किया। बच्चों ने भी कलेक्टर से बेहिचक विद्यार्थी जीवन, सेवाकाल, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के संबंध में आवश्यक मार्गदर्शन लिया। कलेक्टर ने बड़ी सहजता से विद्यार्थियों के जिज्ञासाओं का समाधान किया। उन्होंने बच्चों से कहा कि अपने सपने पूरा करने के लिए अपना सबकुछ झोंक दो। लगातार उसे पूरा करने के लिये धीरे-धीरे हर साल प्रयास करें, सफलता जरूर मिलेगी। कलेक्टर ने आगे कहा कि असफलता से डरे नहीं, चर्चा करें, किसी भी समस्या पर खुलकर बात करें। उन्होंने कहा कि अब आप युवावस्था की ओर अग्रसर हो रहें हैं, अपने मन में नकारात्मक बातों को ना आने दें और जीवन बहुत सुंदर है, इसका आनंद लें।
बच्चों को दी गई वित्तीय साक्षरता
कार्यक्रम के दौरान लीड बैंक मैनेजर श्री सत्यप्रकाश ने बच्चों को वित्तीय साक्षरता संबंधी विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पहले सिर्फ जिन्हें पढ़ना-लिखना आता था, वे ही साक्षर की श्रेणी में आते थे, किन्तु आज जिन्हें वित्तीय साक्षरता की जानकरी नहीं है वे भी असाक्षर हैं। इसलिए जरूरी है कि हर व्यक्ति वित्तीय साक्षर हो, क्योंकि यही विकसित देश की पहचान है। इस दौरान उन्होंने वित्तीय शिक्षा की आवश्यकता, जरूरी और गैर जरूरी चीजों पर खर्च, आय से अधिक व्यय ना करने, जनधन खाता एवं इसका लाभ, प्रधानमंत्री सुरक्षा, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा और अटल पेंशन योजना के बारे में भी बताया। इसके साथ ही उन्होंने सुकन्या समृद्धि, धोखाधड़ी से बचाव के उपाय भी दिये। कार्यक्रम में प्रश्नोत्तरी का भी आयोजन किया गया, जिसका जवाब बच्चों ने उत्साह के साथ दिया तथा सही जवाब देने वाले बच्चों को पुरस्कृत किया गया।
बच्चों को दी गई साइबर क्राईम की जानकारी
कार्यक्रम में पुलिस प्रशासन द्वारा साइबर क्राईम की जानकारी देते हुए बताया गया कि आज की तकनीकी युग में जहां फायदा है, वहीं इसका नुकसान भी देखने को मिल रहा है। आप सभी इन तकनीकों का सावधानी पूर्वक उपयोग करें। इन तकनीकों से होने वाले बैंक फ्रॉड, वॉट्सएप, फेसबुक, इंस्टाग्राम, वीडियोकॉल चैटिंग, बिजली बिल एवं दवाईयों के नाम पर फ्रॉड, ऑनलाईन डिलीवरी, लोन एवं ऑर्डर, मैसेज लिंक, केवायसी अपडेट इत्यादि की बारिकी से जानकारी दी गई।
कार्यक्रम में युनिसेफ रायपुर द्वारा विभागीय प्रदर्शनी लगायी गई और विभिन्न कार्यक्रमों की रोचक प्रस्तुति दी गई। इस अवसर पर रेडक्रॉस सोसायटी की ओर से स्कूली विद्यार्थियों को मुख्य अतिथि द्वारा किताबें वितरित की गई। वहीं स्वास्थ्य विभाग की ओर से 15 टीबी मरीजों को पोषण किट प्रदाय किया गया। वहीं किशोरी बालिकाओं को सच्ची सहेली का वितरण किया गया। इस अवसर पर बच्चों ने ड्रॉईंग, पेंटिंग, स्लोगन और लेखन आदि प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया। कार्यक्रम में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सुश्री रोमा श्रीवास्तव, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग श्रीमती जगरानी एक्का सहित जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक, शिक्षक, शिक्षिकाएं और बड़ी संख्या विद्यार्थी उपस्थित रहे।