शुरु हुई होली की तैयारी, सजा नगाड़ो व रंगो का बाजार
होलिका दहन के लिए वार्डो में एकत्रित हो रहा लकड़ी व कंडे
24 को होलिका दहन, 25 को खेली जाएगी होली, आठ दिन पहले लगा होलाष्टक, थमे शुभ कार्य
धमतरी। होली पर्व का विशेष महत्व है। इस बार यह पर्व 25 मार्च को पड़ रहा है। इसके पहले दिन 24 मार्च को होलिका दहन होगा। जिसकी तैयारियां शुरु हो गई है। ज्ञात हो कि बसंत पंचमी के दिन अंडा पेड़ लगाकर लोग रंगो के त्यौहार का आगमन करते है। फिर होलिका दहन पश्चात अगली सुबह होली खेली जाती है। बता दे कि अब होली पर्व को मात्र 6 दिन का समय शेष रह गया है ऐसे में पर्व की तैयारियां शुरु हो चुकी है। शहर में रंगो के साथ ही नंगाड़ो का बाजार भी सजने लगा है। इस संबंध में नंगाड़ा विक्रेताओं ने बताया कि सबसे छोटे नगाड़ों की जोड़ी 150 रुपये तक बेच रहे है। इसके बाद 4000 रुपये जोड़ी तक नगाड़ों की वैरायटी है। इसी प्रकार रंगो का बाजार सजने लगा है। फिलहाल थोक की खरीदी बिक्री ज्यादा हो रही पर्व के 3-4 दिन पहले ही रंगो का बाजार उठेगा। होलिका दहन के लिए वार्डो व ग्रामो में युवाओं की टोली जिम्मा उठाती है। इसके लिए चंदा भी किया जाता है। वहीं कई लोगों द्वारा होलिका दहन हेतु लकड़ी कंडे आदि सामाग्री भी दान की जाती है। होलिका दहन वाले कई स्थानों पर दहन हेतु लकड़ी व अन्य वस्तुए कई दिनों पहले से एकत्रित हो रही है।
कम हुई नंगाड़ो की थाप
साल दर साल होली पर्व के पूर्व बजने वाली नंगाड़ों की थाप कम होने लगी है। पहले पखवाड़े भर पूर्व से ही नगाड़ो की थाप सुनाई पड़ती थी। लेकिन अब होली के एक दो दिन पहले ही यदि नंगाड़े बज जाये यही बहुत है। होली पर आधुनिकता का रंग भी चढऩे लगा है। होली पर्व के दौरान व पहले विभिन्न कक्षाओं की परीक्षाएं भी होती है। इसका असर भी नंगाड़ो की बिक्री पर पड़ता है।
चुनाव आदर्श आचार संहिता का होली पर रहेगा प्रभाव
होली पर्व उमंग उल्लास का पर्व है। होली पर्व बंदिशे भूलकर मनाया जाता है। लेकिन इस बार बंदिशों में रहकर पर्व मनाना होगा। लोकसभा चुनाव के चलते आदर्श आचार संहिता लागु हो चुका है। जो कि 4 जून मतगणना के बाद समाप्त होगा। ऐसे में 25 मार्च को मनाये जाने वाला होली पर्व भी आचार संहिता के दायरों व बंदिशो में मनेगा। पर्व के दौरान कई स्थानों पर डीजे साउंड बाक्स चौक चौराहो पर लगते थे जिस पर प्रतिबंध रहेगा। राजनीतिक होली मिलन आदि आयोजन भी नहीं हो पायेगें।