डॉ. भारती के पुस्तक व साझा काव्य संग्रहों का हुआ विमोचन
14 विभूतियों का किया गया वागेश्वरी धारा रत्न अलंकरण से सम्मानित
धमतरी। धारा पब्लिकेशंस इंडिया धमतरी एवं मितान फाऊंडेशन छत्तीसगढ़ के संयुक्त तत्वावधान में वागेश्वरी धारारत्न अलंकरण सम्मान व वरिष्ठ साहित्यकार डॉ खेदू भारती सत्येश द्वारा सृजित 10 पुस्तकों का व 4 राष्ट्रीय साझा काव्य संग्रहों का विमोचन हुआ। मुख्य अतिथि यशवंत देवान प्रांतीय अध्यक्ष पेंशनर्स एसोसिएशन, विशेष अतिथि अनिल सालुंके साहित्यकार दीप शर्मा वरिष्ठ पत्रकार, देवेन्द्र मिश्रा वरिष्ठ पत्रकार, रेखा मगर वरिष्ठ रचनाकार तथा डूमन लाल ध्रुव अध्यक्ष जिला हिन्दी साहित्य समिति धमतरी थे। प्रबंधक पूर्णिमा कौशिक ने कार्यक्रम पर प्रकाश डाला। डॉ.खेदू भारती ने साहित्य सर्जन को समाज के लिए दिशा व दशा सुंदर आधार बताया। इसके बाद सभी वक्ताओं ने अपनी अपनी भावनाएँ व्यक्त की। इस अवसर पर विश्व पटल पर विख्यात पूर्णिकाकार डॉ. खेदू भारती के 7 हिन्दी पूर्णिका संग्रह अपनों से कुछ कहती नजर, बहके बहके जमाना लगता है, हम तुमसे नाराज नहीं है, खतरा अभी टला नहीं, मेरी दुनिया तेरी दुनिया, तेरी एक मुस्कुराहट, 2 हिन्दी काव्य संग्रह-संकल्पों के गुंजन, आसमां के तले 1 छत्तीसगढ़ी पूर्णिका संग्रह-चिरई चहकत हवे तथा 4 राष्ट्रीय साझा काव्य संग्रह जीना मरना वतन के लिए, फूल खिले गुलशन में, मन की अभिव्यक्ति, दुनिया के रंग नये नये कुल 14पुस्तकों का विमोचन किया गया।
साथ ही डॉ .स्वामी राम बंजारे सरल कांकेर, सीमा रानी प्रधान महासमुंद, अनिता गौर मगरलोड, कुसुम जैन पखांजुर, हेमलता मनोज पटेल चन्द्रपुर संजय कुमार पांडेय रायपुर, रमेश कुमार रसिय्यार डभरा अजय कुमार पांडेय रायपुर, द्रोण कुमार सार्वा गुण्डरदेही बालोद, धर्मेन्द्र कुमार श्रवण शिक्षा दल्लीराजहरा, आकाशगिरी गोस्वामी धमतरी, रामसागर कश्यप जांजगीर-चांपा, नंदलाल मणि त्रिपाठी देवरिया आदि को वागेश्वरी धारारत्न अलंकरण सम्मान से सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम में प्रवीना डोंगरे, पीलूराम निषाद, टॉमन कौशिक, लीला राम साहू, पी.इन्गोले, मुकेश जैन, रोहित साहू, भूपेश सिन्हा, दीपचंद भारती, शैलेंद्र चेलक, कुलदीप सिन्हा, दुर्गा जगताप, किरण राजपूत, दामिनी साहू सहित बड़ी संख्या में साहित्यप्रेमी उपस्थित थे। संचालन कामिनी कौशिक धमतरी ने किया।