दशहरा में रावण दहन में हुई फजीहत की पुनरावृत्ति न करने पूर्व सभापति ने लिखा आयुक्त को पत्र
शहर की गौरवशाली परंपराओं के साथ अब भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं होगा- राजेंद्र शर्मा
धमतरी। नगर निगम द्वारा रावण दहन करने की परंपरा शुरू से चली आ रही है पिछले वर्ष दशहरा में पहली बार निगम के शासन में कांग्रेस के द्वारा आयोजित रावण दहन में शहर की खूब फजियत हुई दुबले पतले रावण की तस्वीर सोशल मीडिया में चर्चा का विषय रहा। 49 हजार रूपये की लागत से बनाए गए रावण को जलने में महज चंद मिनट ही लगे यहां तक की उसके सर में तो आग भी नहीं पकड़ पाया दशहरा मैदान से लोग घर नहीं पहुंच पाए थे और रावण दहन की चर्चा सोशल मीडिया पर वायरल हो गई इसके पश्चात आनन-फानन में निचले स्तर के कर्मचारियों को सस्पेंड किया गया। उक्त घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो तथा नगर निगम की छवि फिर से धूमिल आम जनमानस के बीच ना हो इसके लिए नगर निगम के पूर्व सभापति एवं अंबेडकर वार्ड के पार्षद राजेंद्र शर्मा द्वारा आयुक्त विनय पोयम को पत्र लिखकर कहा है कि शहर की गौरवशाली परंपरा को 138 साल तक आपसी समन्वय, प्रेम ,सौहाद्रता से नगर पालिका तत्पश्चात नगर निगम निर्वाह किया है लेकिन पिछले वर्ष रावण दहन में नगर निगम का जो उपहास हुआ मखौल आम जनता के बीच उड़ा था, तथा रावण दहन भी भ्रष्टाचार की भेट चढ़ गई थी। वैसी घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं होनी चाहिए।