गोंड़ समाज में जन्म विवाह मृत्यु संस्कार होता है सामूहिक सामाजिक दायित्व–आर एन ध्रुव
केंद्रीय गोंड महासभा पथरिया जिला मुंगेली द्वारा गोंड समाज के 9 जोड़ों का आदर्श गोंडवाना सामूहिक विवाह कार्यक्रम बड़ादेव ठाना मोहभट्ठा सरगांव में संपन्न हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अनुसूचित जनजाति शासकीय सेवक विकास संघ छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष आर एन ध्रुव, अध्यक्षता वीरेंद्र मरावी जिला अध्यक्ष केंद्रीय गोंड महासभा मुंगेली, विशिष्ट अतिथि सुरेश खुसरो, रामचंद्र जिलाध्यक्ष अनुसूचित जनजाति शासकीय सेवक विकास संघ बिलासपुर,अकत सिंह ध्रुव जिलाध्यक्ष अनुसूचित जनजाति शासकीय सेवक विकास संघ मुंगेली, कौशल कुंजाम, बंसीलाल नेताम अध्यक्ष मावली महासभा, भक्तुराम छैदैहा, कौशल सिंह राज अध्यक्ष रतनपुर पालीगढ़ महासभा, शिव चेचाम सलाहकार बिल्हा महासभा, नाथूराम ध्रुव जिला उपाध्यक्ष, रामूलाल श्याम, जीवनलाल मरावी, गेंद राम नेताम मनोहर सिंह मरकाम, राजीव ध्रुव, सुरेश सोरी, हरीश मंडावी, छत्रपाल सिंह ध्रुव, गुलाब सिंह मंडावी, मनोज ध्रुव ,धर्मेंद्र मरकाम, दयाराम ध्रुव के विशेष उपस्थिति में संपन्न हुआ। कार्यक्रम का संचालन ब्लॉक अध्यक्ष शैलेंद्र ध्रुव द्वारा किया गया। इस अवसर मुख्य अतिथि श्री ध्रुव जी ने नव विवाहित जोड़ों को उज्जवल भविष्य की हार्दिक शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए कहा कि हमारे समाज में विवाह जैसे कार्य को देव कार्य माना जाता है।उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वज प्रत्येक सामाजिक कार्यों को सामूहिक रूप से संपन्न करते आ रहे हैं। गोंड समाज में कोई भी कार्य किसी व्यक्ति विशेष के लिए बोझ नहीं होता है , बल्कि जन्म, विवाह, मृत्यु संस्कार जैसे कार्य पूरे समाज के लिए सामूहिक सामाजिक दायित्व होता है। आधुनिकता की अंधी दौड़ में आज समाज के लिए रोटी– बेटी और संस्कृति को बचा कर रखना सबसे बड़ी चुनौती है। बिलासपुर जिले में विभिन्न महासभा के एकीकरण के लिए हार्दिक शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए कहा कि पूरे देश में समाज को समय के साथ एकीकरण की ओर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि पहले हम अपने बाजूओ में ताकत के बदौलत इस देश की सत्ता में थे । लेकिन अब लोकतांत्रिक व्यवस्था में समय के साथ परिभाषा बदल गई है। उन्होंने अपील किया कि संगठित होकर शत–प्रतिशत मतदान कर आगामी लोकसभा में हम सबको अच्छे लोगों को चुनकर सत्ता में महत्वपूर्ण भागीदारी निभानी होगी। इस अवसर पर हजारों की तादाद में सामाजिकजन उपस्थित होकर इस सामूहिक सामूहिक विवाह के साक्षी बने।