शिव महापुराण में समस्त समस्याओं का हल है- पं. मिश्रा
पति गुंगा और पत्नी बहरी बन जाए तो दूर हो जाएगा क्लेश
कुरूद में गौरीशंकर शिव महापुराण कथा का आयोजन
कुरुद। छत्तीसगढ़ की सभी माताएं कौशल्या माता से कम नहीं है। सनातन धर्म को प्रबल करना, अपने भरोसे को प्रबल करना हो तो शिव जी से मिलना दूर नहीं है। शिव महापुराण कहती है कि शिवजी की परीक्षा नही बल्कि प्रतीक्षा करने से आपकी हर मनोकामना पूर्ण होगी। घर में यदि क्लेश दूर करने के लिए पति को गूंगा और पत्नी बहरी बन जाए तो क्लेश अपने आप दूर हो जाएगा। शिव महापुराण में समस्त समस्याओं का हल है। महर्षि वेदव्यास ने कल 18 पुराणों की रचना की लेकिन समस्त पुराणों में जहां देवी देवताओं के अवतार से लेकर धर्म, कर्म, सस्कृति आदि का ज्ञान दिया है वही एकमात्र शिव महापुराण में समस्त दुखों का हल बताया है।
उक्त बाते गौरीशंकर शिव महापुराण कथा के छटवे दिवस कथा व्यासपीठ से पं. प्रदीप मिश्रा ने श्रोताओं से कहीं। स्व. हीरालाल शर्मा श्रीधर की पुण्य स्मृति में कमलादेवी श्रीधर एवं श्रीधर परिवार द्वारा आयोजित गौरीशंकर शिव महापुराण के छटवे दिवस कथावाचक भागवत भूषण पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि घर पर पति-पत्नी में क्लेश हो जाए तो कुछ समय के लिए पति गूंगा बन जाए और पत्नी बहरी बन जाए तो अपने आप क्लेश दूर हो जाएगा। अपने शरीर के अहंकार, तृष्णा, घमंड रूपी कचरा को कुछ समय बाद बाहर निकाल देना जिससे मन को सुखद अनुभव होगा। मन के अंदर लोभ, लालच, अहंकार, वासना से भरा है तो शिव जी मंदिर जाकर एक लोटा जल चढ़ा कर उस जल को पीने से आपका स्वभाव सरल और सहज हो जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि मंदिर देवालय शिवालय कथा सत्संग भजन कीर्तन आदि में ताली बजाओ मगर दूसरो के दुख में ताली मत बजाओ।
कथा के छटवे दिवस मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और धर्मपत्नि कौशल्या देवी साय, राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा, विधायक अजय चंद्राकर, प्रतिभा चंद्राकर, अभनपुर विधायक इंद्र कुमार साहू, कमला देवी शर्मा, प्रकाश शर्मा, उर्मिला, रतन, उमा, अश्वनी शर्मा भाठापारा, बंटी दुर्ग, प्रकाश बैंस जिलाध्यक्ष भाजपा, नपं अध्यक्ष तपन चंद्राकर, बीरेंद्र साहु, सत्यप्रकाश नेवरा, भूपेंद्र चंद्राकर, भानु चंद्राकर, गौकरण साहू, दीनदयाल मंडावी तहसीलदार दुर्गा साहू, नायब तहसीलदार ज्योति सिंह, उपेंद्र पटेल, विनोद बंजारे एएसपी अभिषेक सिंह, डीएसपी मणिशंकर चंद्रा, कुरूद थाना प्रभारी अरुण साहू आदि उपस्थित थे।
छत्तीसगढ़ ऋषि मुनियों की तपोस्थली है- मुख्यमंत्री
कथा सुनने पहुंचे छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि कुरूद की पवित्र धरती में आयोजित इस विशाल शिव पुराण कथा में मौजूद भारी भीड़ बता रही है कि यहां के लोग कितने धर्म प्रेमी, शिवभक्त और संस्कारी है जो ऐसी भीषण गर्मी में भी प्रभु का नाम और प्रभु की महिमा सुनने को बैठे हैं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ का सौभाग्य है कि यह कौशल्या माता की पवित्र भूमि है, ऋषि मुनियों की तपोस्थली है। उन्होंने प्रभु से श्री राम के वनवास काल का उल्लेख करते हुए बताया कि श्रीराम ने अपने वनवास का अधिकांश समय छत्तीसगढ़ अर्थात दक्षिण कौशल में ही व्यतीत किये थे। जिसमें शिवरीनारायण में शबरी के झूठे फल बेर खाए और राजिम के त्रिवेणी संगम में कुलेश्वर महादेव का निर्माण कर उनकी पूजा की। सीता रसोई आदि का उल्लेख मिलता है। मुख्यमंत्री श्री साय ने मिशनरियों पर प्रहार करते हुए कहा कि वे लंबे समय से अशिक्षित अज्ञानी गरीब वर्ग को मोह जाल में फंसा कर धर्मांतरित करवाते थे लेकिन आज पढ़े-लिखे और संपन्न लोग भी धर्मांतरण कर रहे हैं जो गलत है। इसलिए हमें धर्मांतरण और गौहत्या पर अंकुश लगाने के लिए सनातन धर्म को जानना और उसका पालन करना जरूरी है।