सुविधाविहीन है धमतरी का रेल्वे आरक्षण टिकिट काउंटर
न बैठने की सुविधा है और न ही पंखे की व्यवस्था, भीषण गर्मी में परेशान होते है लोग
ब्राडगेड बनाने उखाड़ी गई नैरोगेज लाईन तब से सिर्फ टिकट काउंटर में तब्दील हुआ धमतरी रेल्वे स्टेशन
धमतरी। अंग्रेजो के जमाने से धमतरी रायपुर तक छुकछुकिया ट्रेन का संचालन हो रहा था। धमतरी वासियों के कई दशकों की मांग के बाद आखिरकार बड़ी रेल लाईन की सौगात मिली। देरसवेर कार्य प्रारंभ हुआ। जिसके चलते नेरोगेज लाईन को उखाड़कर ब्राडगेज लाईन बिछाया जा रहा है। ऐसे में पिछले काफी समय से धमतरी से ट्रेन का संचालन बंद है। इस दौरान रेल्वे स्टेशन में आम नागरिकों को टिकिट रिर्जवेशन की सुविधा बंद नहीं की गई। लेकिन समय के साथ यहां टिकिट के लिये आने वाले लोगों को सुविधाएं नहीं मिल पा रही है। रेल्वे स्टेशन में टिकिट काउंटर भवन को छोड़कर शेष कंट्रक्शन में तोड़पोड़ किया जा चुका है। यहां रोजाना टिकिट काउंटर खुलता तो है लेकिन सुविधायें बिल्कुल नहीं है। संशोधित समयानुसार रोजाना सुबह 8 से दोपहर 2 बजे तक टिकिट आरक्षण काउंटर खुलता है। इस दौरान सुबह से टिकिट बुक करने वाले पहुंचते है। कई बार उन्हें लाईन में लगकर अपनी बारी का इंतजार भी करना पड़ता है। इस दौरान यहां बैठने की व्यवस्था नहीं है। रेल्वे टिकिट काउंटर में कुर्सियों की कमी खल रही है। कई बार बुजुर्ग भी टिकिट कांउटर में पहुंचते है।
इस दौरान ज्यादा देर तक खड़े नहीं हो पाने के कारण उन्हें परेशानी होती है। इसलिए कुर्सियों तलाशते है। लेकिन उन्हें यह सुविधा नहीं मिलती। वहीं भीषण गर्मी में भी यहां पंखे तक की सुविधा भी लोगों को रेल्वे द्वारा नहीं दी गई । इस साल लोग गर्मी के मौसम में बेहाल रहे। रोजाना जब यहां टिकिट काउंटर में लोग पहुंचते बिना पंखे कूलर के गर्मी से हलाकान हुए पसीने से तरबतर होकर पानी तलाशते तो पानी भी नहीं मिलता ऐसे में रेलवे की व्यवस्था को कोसते रहे। इस संबंध में लोगों का कहना है कि रेल्वे स्टेशन में कुछ बैठने के लिए कुर्सियों व पंखे की व्यवस्था कर दी जाये तो यहां पहुंचने वाले लोगों को असुविधा नहीं होगी।