गरीब, मध्यम वर्गीय मरीजों को सालों से खल रही है जिला अस्पताल में युरोलाजिस्ट, नेफ्रोलाजिस्ट की कमी
मूत्र नली व गुर्दा रोग के विशेषज्ञ डाक्टरों से उपचार व सलाह लेने रायपुर व अन्य शहरों में जाना पड़ता है मरीजों को
जिले में है मूत्र व गुर्दा रोग के हजारो मरीज, शहर के निजी अस्पतालों में भी नहीं मिल पाती विशेषज्ञ चिकित्सक
धमतरी। धमतरी जिले में समय के साथ स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार हुआ है। लेकिन आज भी कई विशेषज्ञ डाक्टरों की कमी बनी हुई है। जिससे मरीजों को परेशानी होती है। विशेषकर गरीब व मध्यम वर्गीय परिवार जो कि बेहतर उपचार के लिए शासकीय स्वास्थ्य सुविधाओं पर निर्भर है। उन्हें शासकीय अस्पताल में ऐसे विशेषज्ञ डाक्टरों की कमी ज्यादा खलती है।
ज्ञात हो कि शहर में स्थित जिला अस्पताल, जिले का सबसे बड़ा शासकीय अस्पताल है। जहां कई विशेषज्ञ डाक्टरों द्वारा मरीजों को बेहतर उपचार व सेवायें दी जाती है। लेकिन यहां पिछले कई सालों से युरोलाजी नेफ्रोलाजी के विशेषज्ञ डाक्टर की कमी खल रही है। बता दे कि मूत्र नली से संबधित बीमारियों के विशेषज्ञ डाक्टर को युरोलाजिस्ट और किडनी रोग से सबसे विशेषज्ञ डाक्टर को नेफ्रोलाजिस्ट कहा जाता है। उक्त विशेषज्ञ की सुविधा नहीं होने से जिले के हजारों मरीजों को उपचार के लिए निजी अस्पतालों में जाना पड़ता है। विडम्बना है कि शहर के निजी अस्पतालों में भी युरोलाजिस्ट और नेफ्रोलाजिस्ट की सुविधा ठीक से नहीं मिल पाती है। रायपुर या अन्य शहरों के उक्त विशेषज्ञ डाक्टर विजिट पर शहर के कुछ अस्पतालों में आते है उनके आगमन का अंतराल भी सप्ताह व 15 दिन का होता है। यह सेवा भी नियमित नहीं होती ऐसे में मरीजों को शहर में ज्यादा सुविधायें नहीं मिल पाती और बेहतर इलाज के लिए रायपुर दुर्ग या अन्य बड़े शहर जाना ही पड़ता है।
मूत्रपथ, पुरुष प्रजनन प्रणाली व किडनी रोग से जुड़ा है युरो व नेफ्रोलॉजी
यूरोलॉजी चिकित्सा की एक शाखा है जो मूत्र पथ और पुरुष प्रजनन प्रणाली से संबंधित रोगों के निदान और उपचार से संबंधित है। ये अंग शरीर में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, और इनसे संबंधित कोई भी समस्या किसी व्यक्ति के जीवन की गुणवत्ता को बहुत प्रभावित कर सकती है। इसलिए किसी भी मूत्र संबंधी समस्या के लिए सर्वश्रेष्ठ यूरोलॉजिस्ट तक पहुँच होना आवश्यक है। युरोलॉजी में किडनी स्टोन, मूत्र पथ के संक्रमण, प्रोस्टेट की समस्याएं, पुरुष बांझपन और मूत्र असंयम का निदान और उपचार शामिल है। वहीं नेफ्रोलॉजी का मतलब है हमारी किडनी को स्वस्थ रखना। नेफ्रोलॉजिस्ट, जो किडनी विशेषज्ञ हैं, किडनी की बीमारियों और किडनी स्टोन जैसी किडनी की समस्याओं का पता लगाने और उनका इलाज करने में मदद करते हैं। वे हमें क्या खाना चाहिए और कैसे स्वस्थ जीवन जीना चाहिए, इस बारे में सलाह देकर किडनी की समस्याओं को रोकने में भी हमारी मदद करते हैं। उनकी मदद से हम अपनी किडनी को अच्छी स्थिति में रख सकते हैं और अच्छी तरह से काम कर सकते हैं।
तंत्रिका तंत्र व नस रोग विशेषज्ञ की भी है कमी
तंत्रिका तंत्र से संबधित विशेषज्ञ डाक्टरों की कमी जिले में है। यहां न्यूरोसर्जन की कमी के कारण मरीजों को रायपुर या अन्य शहरों की दौड़ उपचार हेतु लगाना पड़ता है। यह जटिल उपचार होता है। जिसके लिए विशेषज्ञ डाक्टर ही सही सलाह दे सकता है। उक्त विशेषज्ञ मस्तिष्क, रीढ की हड्डी, नसों की बीमारियों का उपचार करता है। कई बार ऐसे अवसर भी आते है जब मरीजों को तत्काल न्यूरोसर्जन की आवश्यकता पड़ती है। लेकिन इसके लिए रायपुर व अन्य बड़े शहरों में मरीजों को ले जाना पड़ता है। कई बार समय पर सही उपचार नहीं मिल पाने के कारण बात जान पर भी आ जाती है।
”जिला अस्पताल में स्वीकृत रुटीन डाक्टरों की कमी को पूरा करने की मांग लगातार शासन स्तर पर व उच्च कार्यालय से की जा रही है। इसके पश्चात सुपर स्पेशलिस्ट डाक्टरों की मांग की जाएगी। ÓÓ
डॉ एसके मंडल
मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारी जिला-धमतरी