पंच दिवसीय महोत्सव के तीसरे दिन गौशाला में जाकर की गई गायो की सेवा
चालीसा महोत्सव के तहत हुआ सत्संग का हुआ आयोजन
अपने अंदर व्याप्त बुराईयों का त्याग करने का ले संकल्प – संत लोकेश
धमतरी। श्री प्रेम प्रकाश आश्रम के संत लोकेश के साथ अनेक भक्तों ने आचार्य सद्गुरु स्वामी टेऊँराम जी महाराज के 138 वें जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में आयोजित पांच दिवसीय कार्यक्रम के तीसरे दिन एवं आचार्यश्री के चालीहा महोत्सव के 39 वें दिन संध्या 4 बजे डांगीमाचा गंगरेल में स्थित गौशाला में जाकर गायों की सेवा की। सर्वप्रथम संत लोकेश ने गाय माता के चरण धोकर टीका लगा हार पहनाकर वस्त्र के रूप में पाखर पहनाई एवं विधिवत मंत्रों के साथ पूजा की सभी ने मिलकर गाय माता की पूजा की महिमा वाला भजन गाया। आरती के तत्पश्चात श्री प्रेम प्रकाश आश्रम धमतरी से एक पिकअप भरकर लाए गए केले सब्जियां ककड़ी एवं गेहूं के आटे से बनी रोटियां सभी भक्तों ने अपने अपने हाथों से गायों बछड़ों को प्रेम पूर्वक खिला कर सेवा कर आचार्यश्री के सबसे महत्वपूर्ण उपदेश एवं शिक्षा पशु पक्षियों की सेवा एवं परोपकार का अनुकरण किया एवं गौमाता की सेवा कर आशीर्वाद पाया।
चालीहा महापर्व के 39 वें दिन के चालीसा पाठ एवं सत्संग का आयोजन रात्रि 9.30 बजे से 11 बजे तक हुआ यह आयोजन सिन्धी समाज के पूर्व मुखी स्व. सच्चानंद वाधवानी के भ्राता गोवर्धनदास एवं उनके भतीजों दिनेश, नानकराम, संतोष यश मनीष एवं सतीश वाधवानी के परिवार ने मिलकर कराया चालीसा पाठ के पश्चात् सत्संग के दौरान संत लोकेश ने बताया कि अपने अंदर व्याप्त बुराईयों का त्याग करने का संकल्प ले। सत्संग के पश्चात् रात्रि 10.30 बजे महाआरती हुई जिसमें सत्संग में पधारे अमरलाल ने आश्रम के संत लोकेश के साथ उपस्थित भक्त समुदाय ने मिलाकर भगवान लक्ष्मी नारायण जी की एवं आचार्य विभूति सद्गुरु स्वामी टेऊँराम महाराज की महाआरती की।