निगम के व्यवसायिक काम्पलेक्सों की स्थिति है भगवान भरोसे
कंही छड़े लटक रही बाहर, कंही छतो दीवालो से रिस रहा पानी
स्वच्छता का है बुरा हाल, महीनों सालों में होती है सफाई के नाम पर सिर्फ खाना पूर्ति
धमतरी। नगर निगम द्वारा शहर में कुछ प्रमुख स्थानों पर व्यवसायिक काम्पलेक्स सालों पहले बनाया गया है। इनमें कई दुकाने सालों से संचालित है लेकिन यहां सुविधाओं के नाम पर कुछ भी नहीं है। नया बस स्टैण्ड, पुराना बस स्टैण्ड और रत्नाबांधा रोड पर बड़े व्यवसायिक काम्पलेक्स है। इन भवनों की स्थिति जर्जर हो चुकी है। मरम्मत कराकर दुकानदार काम चला रहे है। बता दे कि नये बस स्टैण्ड स्थिति काम्पलेक्स में कई जगह से प्लास्टर उखड़ते रहता है। यहां दीवालों में कई जगह दरारे भी आ गई है। बारिश के मौसम में तो परेशानी और बढ़ जाती है। दीवालो व छतो से कई जगह पानी रिसने लगता है। जो कि काम्पलेक्स को और कमजोर करता जा रहा है। सफाई तो यहां होती ही नहीं है। और कभी महीनों, सालों में सफाई हो भी जाये तो यह सिर्फ खानापूर्ति होती है।
इसी प्रकार पुराना बस स्टैण्ड स्थित राजीव काम्पलेक्स में तो छड़े बाहर लटक रही है यह कॉम्पलेक्स भी जर्जर हो चुका है। दुकान दार अपने दुकानों को सहेजकर मरम्मत कराकर काम चला रहे है। रत्नाबांधा रोड स्थित कॉम्पलेक्स पर भी निगम की नजर नहीं पड़ती यहां भी सुविधायें व स्वच्छता भगवान भरोसे रह गई है।
शौचालय, मूत्रालय से उठती है असहनीय बदबू
निगम के सभी कॉम्पलेक्सो में स्वच्छता का बुरा हाल है। यहां शौचालय और मूत्रालयों की स्थिति काफी खराब है यहां नियमित अंतराल में सफाई नहीं होती। नया बस स्टैण्ड के मूत्रालय में तो गंदगी बाहर जमा हो रही है। इससे मूत्रालय के बाहर तक दुर्गंध आती रहती है। इसलिए लोग कॉम्पलेक्स में कंही भी गंदगी कर चले जाते है। यहां कुछ लोगों द्वारा जबर्दस्ती मूत्रालय के पाईप को तोड़कर गंदे पानी के निकासी द्वार को ब्लाक कर दिया जाता है। वर्तमान में भी ऐसी ही करस्थानी की गई है जिससे गंदगी मूत्रालय के बाहर फैली हुई है। इस ओर निगम को ध्यान देने की जरुरत है।
सिर्फ किराये से है मतलब
व्यापारियों ने इस संबंध में निगम की व्यवस्था को जमकर कोसा है कहा कि नगर निगम को सिर्फ किराये से मतलब है लेकिन जब सुविधाये देने की बात आती है। तो ध्यान नहीं दिया जाता। हर बार अनदेखी से व्यापारी परेशान है। वे कई बार निगम से स्वच्छता मरम्मत आदि की मांग कर चुके है लेकिन परिणाम सिफर ही रहा है।
बस स्टैण्ड कॉम्पलेक्स में हो रहे अनैतिक कार्य
नये बस स्टैण्ड कॉम्पलेक्स के फस्र्ट फ्लोर पर आफिस व गोदाम है। इसलिए यह दिन भर नहीं खुली रहती है। इसका फायदा असामाजकि तत्व उठाते है। कॉम्पलेक्स में अनैतिक कार्यो को अंजाम देते है। कॉम्पलेक्स में शराबखोरी व गांजा पीने वाले आते रहते है। वहीं कुछ युवक युवतियों को भी शाम को कॉम्पलेक्स में लाकर अंधेरे और सूनेपन का फायदा उठाते है। यदि पुलिस टीम यहां औचक निरीक्षण करे तो अनैतिक अवैध कार्यो पर रोक लग सकती है। यदि व्यापारी इन्हें रोके तो वे झगड़े पर उतारु हो जाते है।