रेत के खनन, परिवहन पर रोक नहीं लगने पर विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल द्वारा किया जाएगा उग्र आंदोलन
धमतरी। विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल जिला धमतरी द्वारा 29 अप्रैल को लिखित आवेदन दिया गया था जिसमें आपसे यह आग्रह किया गया था कि ,धमतरी जिले में भूमिगत जल का स्तर 3 मीटर तक गिर चुका है जिसका कारण ,महानदी से होने वाला रेत उत्खनन है पूर्व सरकार द्वारा निर्धारित की गई एक भी मापदंडों का परिपालन प्रशासन द्वारा नहीं कराया गया। रेत परिवहन बड़ी-बड़ी ट्रक में ओवरलोड चलने के कारण जो सड़कों का नुकसान हुआ उसकी कोई भी भरपाई नहीं की गई पर्यावरण और वन्य जीव संरक्षण के क्षेत्र में ना ही कोई निविदा कार द्वारा वृक्षारोपण किया गया या पर्यावरण संतुलन के क्षेत्र में किसी भी प्रकार का कार्य किया गया इन सबके बावजूद वर्तमान समय में एन जी टी अनुसार 15 जून से 15 अक्टूबर माह तक तक नदियों में किसी भी प्रकार का मानव संसाधन द्वारा भी उत्खनन, परिवहन, संग्रहण पूर्णत प्रतिबंधित है, बावजूद इसके रेत माफियाओं के हौसले बहुत बुलंद है, अवैध रेत उत्खन्न की शिकायत की गई लेकिन रोक नहीं लग पा रही है। आखिर इस अवैध कार्य को संरक्षण कौन दे रहा है ? सरकार या प्रशासन यह जांच का विषय है। उपमुख्यमंत्री अरुण साव द्वारा खुले मंच से स्पष्ट निर्देशित किया गया है कि ,कोई भी रेत खदान नहीं चलेगी और इस प्रकार की कोई शिकायत नहीं आनी चाहिए ,अपने दौरे के दौरान प्रभारी मंत्री टंक राम वर्मा द्वारा जिला प्रशासन को स्पष्ट निर्देशित किया था। बार-बार खनिज अधिकारी योगेंद्र सिंह की शिकायत प्राप्त हो रही है एवं उडऩदस्ता में संलिपत अधिकारियों के विरुद्ध भष्टाचार की चर्चा भी है। परंतु जिला प्रशासन द्वारा खानापूर्ति वाली कार्यवाही क्षेत्र में की जा रही है, कई बार हमारे संगठन के माध्यम से भी जिला प्रशासन को लाइव फ़ोटो और वीडियो फुटेज के माध्यम से रेत उत्खनन की जानकारी खनिज विभाग और जिला प्रशासन को दी गई परंतु विषय पर समुचित कार्यवाही का ना होना इनके भ्रष्टाचार की ओर इशारा करता है ,यदि रेत का उत्खनन स्थाई रूप से प्रतिबंधित नहीं किया जाता तो विश्व हिंदू परिषद ,बजरंग दल, जिला धमतरी उग्र से उग्र कार्रवाई हेतु बाध्य होगा । एक तरफ जिला प्रशासन के द्वारा जल जगार योजना का क्रियान्वयन हेतु लगातार प्रयास किया जा रहा है ,और दूसरी तरफ प्रकृति द्वारा प्रदत सबसे बड़े रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम महानदी के रेत का अवैध उत्तखनन किया जा रहा है, यह जिला प्रशासन के दोहरे चरित्र को प्रदर्शित करता है। धमतरी की स्थिति दिल्ली , मुंबई , चेन्नई महाराष्ट्र के विदर्भ प्रांत जैसी ना हो कि हजारों फीट ड्रिल करने के बावजूद भी पानी का न मिलाना अकाल की स्थिति उत्पन्न होना क्षेत्र में पूर्णता सूखा पडऩे की जवाबदारी किसकी होगी ? ओवरलोड वाहनों के चलने से क्षेत्र की सड़कों का जो नुकसान हुआ है महानदी की रक्षा हेतु विश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दल महानदी बचाओ आंदोलन करेगा और इनकी रक्षा हेतु उग्र से उग्र आंदोलन करेगा।