रांवा में जिला स्तरीय जनसमस्या निवारण शिविर सम्पन्न
शिविर में प्राप्त 158 में से अधिकांश आवेदनों का मौके पर ही किया गया निराकरण
धमतरी आमजनों की समस्या-शिकायतों और मांग के त्वरित निराकरण के लिए आयोजित किए जा रहे जिला स्तरीय जनसमस्या निवारण शिविरों की कड़ी में आज धमतरी विकासखण्ड के ग्राम रांवा में जिला स्तरीय जनसमस्या निवारण शिविर का आयोजन किया गया। इस मौके पर 158 आवेदन प्राप्त हुए, जिसमें से अधिकांश आवेदनों का मौके पर ही निराकरण कर लिया गया। शेष आवेदनों के निराकरण के लिए समय-सीमा दी गई है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधायक धमतरी श्री ओंकार साहू ने कहा कि जिला प्रशासन आपके द्वारा पर आया है। आप अपनी समस्याओं, शिकायत और मांगों को अधिकारियों के समक्ष रखें। वैसे तो ग्रामीणों की छोटी-छोटी समस्याएं होतीं हैं, जिनका निराकरण स्थल पर ही किया जा सकता है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि ग्रामीणों की समस्याओं को त्वरित निराकरण करने का प्रयास करें। श्री साहू ने ग्रामीणों से कहा कि शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं के संबंध में भी जानकारी लेकर इसका लाभ लें। शिविर में उपस्थित क्षेत्र के जनप्रतिनिधि श्री रामू रोहरा ने कहा कि प्रदेश के संवेदनशील मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने ग्रामीणों की समस्याओं का गांव में ही निराकरण करने के उद्देश्य से जनसमस्या निवारण शिविर आयोजित करने के निर्देश दिए हैं, जिसके परिपालन में जिला प्रशासन आज आपके गांव पहुंचा है। ग्रामीण इसका भरपूर लाभ लें और अपनी समस्या, शिकायत एवं मांगों को प्रशासन के समक्ष रखकर निराकृत कराएं। इस अवसर पर जनपद पंचायत धमतरी के उपाध्यक्ष श्री राजू चन्द्राकर, सभापति जनपद पंचायत धमतरी श्री मानिक साहू, श्री अनिल तिवारी, सरपंच तरसींवा श्रीमती दीपेश्वरी साहू, श्री गोपाल पटेल सहित जनप्रतिनिधि और जिला स्तरीय अधिकारी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित रहे।
जिला स्तरीय जनसमस्या निवारण शिविर रांवा में शिक्षा, महिला एवं बाल विकास, पशुधन, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, कृषि, उद्यानिकी, खाद्य, जल संसाधन, राजस्व, विद्युत, श्रम, वन, मत्स्य विभाग सहित अन्य विभागों के अधिकारियो ने शासन की महत्वपूर्ण योजनाओं की विस्तारपूर्वक जानकारी दी। इस अवसर पर शिक्षा विभाग की ओर से सरस्वती सायकल योजना के तहत 10 बालिकाओं को सायकल वितरित किया गया। वहीं स्वास्थ्य एवं आयुर्वेद विभाग द्वारा चिकित्सा शिविर भी लगाया गया था, जिसमें बीपी, शुगर, सिकलीन, बुखार, सर्दी-खासी के 175 मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण कर निःशुल्क दवाईयां दी गयी। इसके साथ ही साफ-सफाई और गरम एवं ताजा भोजन सेवन करने की सलाह दी गयी। वहीं आयुर्वेद विभाग द्वारा भी सुप्रजा कार्यक्रम के तहत् गर्भवती माताओं को स्वास्थ्य संबंधी जानकारी दी गयी। इसके साथ ही आयुर्विद्या, काढ़ापान और पोषण के संबंध में भी जानकारी दी गई। इस दौरान 158 मरीजांं का भी आयुर्वेद पद्धति से उपचार किया।