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मूर्तिकार विघ्नहर्ता श्री गणेश के प्रतिमाओं दे रहे आकार

7 सितम्बर को गणेश चतुर्थी, जिले में सैकड़ो स्थानों पर विराजेंगे गणपति

इस साल भी धूमधाम से गणेशोत्सव मनाने समितियां कर रही व्यापक तैयारी
धमतरी 25 अगस्त (हाईवे चैनल)। हिन्दू धर्म में भगवान श्री गणेश को विघ्नहर्ता और प्रथम पूजनीय होने का दर्जा प्राप्त है। श्री गणेश जी के विशेष उत्सव को इस साल भी जिले में हर्षोल्लास से मनाया जायेगा। जिसकी तैयारियां व्यापक स्तर पर प्रारंभ हो गई है।
बता दे कि जिले में सैकड़ो स्थान पर भगवान श्री गणेश की प्रतिमा विराजित कराई जाएगी। इस बार 7 सितम्बर को गणेश चतुर्थी प्रारंभ हो रही है। ऐसे में अब पर्व को ज्यादा दिन शेष नहीं रह गया है। इसलिए समितियों द्वारा तैयारियां की जा रही है। महीनों पहले श्री गणेश की विशाल प्रतिमाओं का आर्डर दिया जा चुका है। जिसके अनुसार मूर्तिकार प्रतिमा को आकार दे रहे है। शहर में आमापारा विंध्यवासिनी वार्ड, कुम्हार पारा आमातालाब रोड आदि स्थानों पर श्री गणेश की छोटी बड़ी प्रतिमायें बनाई जा रही है। प्रतिमाओं को अंतिम आकार देकर जल्द ही रंगरोगन शुरु किया जायेगा। कुछ समितियों द्वारा पंडाल लाईटिंग, सजावट की अन्य तैयारियां प्रारंभ कर रहे है।
धुमाल, डीजे की हुई बुकिंग
कोई भी पर्व अब डीजे धुमाल के धुन के बगैर पूरा नहीं हो रहा है। इस बार भी गणेशोत्सव में डीजे धुमाल की डिमांड है। सबसे अधिक धुमाल बाजा की मांग है। शहर के धुमाल ग्रुप के अतिरिक्त रायपुर दुर्ग, बालोद, नगरी आदि शहरो के चर्चित धुमाल पार्टियो की महीनो पहले एडवांस बुकिंग हो चुकी है। आगमन के साथ ही विसर्जन के लिये भी बाजा बुक हो चुके है। और जिन समितियों ने बुकिंग नहीं कराई है उन्हें धुमाल के लिए भटकना पड़ रहा है।
4 शुभ योग में है गणेश चतुर्थी


हिंदू कैलेंडर के अनुसार, इस साल भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि 6 सितंबर को दोपहर में 3 बजकर 1 मिनट से शुरू हो रही है और इस तिथि का समापन 7 सितंबर को शाम 5 बजकर 37 मिनट पर होगा. ऐसे में उदयातिथि की मान्यता के आधार पर गणेश चतुर्थी का शुभारंभ 7 सितंबर शनिवार से होगा. उस दिन गणेश जी की मूर्ति की स्थापना होगी और व्रत रखा जाएगा. 7 सिंतबर को गणेश चतुर्थी की पूजा का शुभ मुहूर्त 2 घंटे 31 मिनट तक है. उस दिन आप गणपति बप्पा की पूजा दिन में 11 बजकर 03 मिनट से कर सकते हैं. मुहूर्त का समापन दोपहर में 1 बजकर 34 मिनट पर होगा. गणेश चतुर्थी के दिन 4 शुभ योग बन रहे हैं. गणेश चतुर्थी को सुबह में ब्रह्म योग है, जो रात 11 बजकर 17 मिनट तक है, उसके बाद से इन्द्र योग बनेगा. इन दो योगों के अलावा रवि योग सुबह में 06:02 ए एम से दोपहर 12:34 पी एम तक है. वहीं सर्वार्थ सिद्धि योग दोपहर में 12 बजकर 34 मिनट तक है, जो अगले दिन 8 सितंबर को सुबह 06 बजकर 03 मिनट तक है. गणेश चतुर्थी के दिन भद्रा भी लग रही है. भद्रा सुबह में 06 बजकर 02 मिनट से लग रही है, जो शाम 05 बजकर 37 मिनट पर खत्म होगी. इस भद्रा का वास पाताल में है.

Ashish Kumar Jain

Editor In Chief Sankalp Bharat News

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