श्री गणेश प्रतिमाओं को लाने ले जाने दौर हुआ शुरु
मूर्तिकार प्रतिमाओं को दे रहे अंतिम आकार, शनिवार रात तक विराजित होंगी प्रतिमाये
धमतरी। गणेशोत्सव की तैयारियां जोर शोर से जारी है। इसी दौरान गणेश चतुर्थी के दो दिन पहले से ही कई बड़ी प्रतिमाओं को शहर से लाने व ले जाने का दौर शुरु हो चुका है। बता दे कि 7 सितम्बर शनिवार को गणेश चतुर्थी पर्व हर्षोल्लास से मनाया जाएगा। शहर सहित जिले भर में सैकड़ो स्थानों पर छोटी बड़ी प्रतिमायें विराजित की जाएगी। जिसकी तैयारियां समितियों द्वारा की जा रही है। बता दे कि 7 को प्रतिमा ले जाने में आनी वाली कई दिक्कतों को ध्यान में रखते हुए बड़ी प्रतिमाओं और विशेषकर बाहर बनने वाली प्रतिमाओं को एक दो दिन पहले ही लाया जाता है। यह क्रम प्रारंभ हो चुका है। इस बार शहर में कई विशाल प्रतिमायें बनी है। जिसे के्रन के माध्यम से लिफ्ट किया जा रहा है। शनिवार रात तक धूमधड़ाके के साथ श्री गणेश की प्रतिमाये विराजित होंगी। बीती रात्रि महादेव परिवार द्वारा बाजे गाजे के साथ श्री गणेश की प्रतिमा ले जाया गया।
उल्लेखनीय है कि शहर में समितियों द्वारा गणेशोत्सव की तैयारियों को अंतिम रुप दिया जा रहा है। कई स्थानों पर पंडाल सज चुके है। तो कई स्थानों पर लग रहे है। शहर में कई तरह की आकर्षक प्रतिमाओं के साथ झांकी भी बनाई जा रही है। साज सज्जा और रोशनी से शहर जगमग होगा।
शास्त्री चौक गणेशोत्सव समिति विराजित करेगी धमतरी का राजा
शास्त्री चौक गणेशोत्सव समिति ने भगवान श्रीगणेश की प्रतिमा धमतरी के राजा बैठाते हुए 16 साल पूरे कर लिए हैं। इस साल समिति 15 फीट ऊंची भगवान श्री गणेश की आकर्षक और भव्य प्रतिमा बनवा रही है। शास्त्री चौक गणेशोत्सव समिति के अध्यक्ष सचिन शर्मा ने बताया कि धमतरी का राजा भगवान श्रीगणेश की प्रतिमा राजनांदगांव स्थित थनौद में बन रहा है, जिसे मूर्तिकार बालम चक्रधारी स्वयं बना रहे हैं। धमतरी के राजा भगवान श्रीगणेश की प्रतिमा इस साल गुरुद्वारा गली पर अमर टाकीज की खाली जमीन पर बैठेगी। करीब 90 फीट एरिया में आकर्षक पंडाल समिति द्वारा बनवाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि धमतरी के कारीगर रंग-बिरंगे लाइट से पंडाल को सजाने में जुटे हैं। गणेश की प्रतिमा करीब ढाई टन वजनी और लागत 1.25 लाख रुपए है। मूर्ति थनौद से 5 सितंबर को लाई जाएगी। पंडाल में रखने के बाद मंच सहित पंडाल स्थल की साज-सज्जा होगी। शास्त्री चौक गणेशोत्सव समिति का गठन 16 साल पहले 2008 में हुई है। समिति के अध्यक्ष सचिन शर्मा है। 4 लोगों ने समिति बनाई। धमतरी के राजा के नाम से प्रसिद्ध श्रीगणेश की प्रतिमा हर साल बैठा रहे हैं। कोरोनाकाल में 2 साल मूर्ति न बैठाकर खर्च होने वाली राशि अनाथालय के अलावा जरूरत मंदों में बांटी थी। समिति में अब वर्तमान में कुल 25 सक्रिय सदस्य हैं। इनमें संरक्षक विशाल शर्मा, राजेश शर्मा, चेतन प्रकाश हिंदुजा, नीलेश जैन हैं। साथ ही सदस्य अपूर्व जैन, सिद्धार्थ लुंकड, सनी ग्वाल, आयुष लुनावत, शुभम लुंकड, चिराग तन्ना, प्रिंस लुंकड, पंकज ललवानी, दर्शन जैन, अंशुल महावार, बुधादित्य तिवारी, अंकित मिश्रा, अभिषेक अग्रवाल, अनमोल बोधवानी, प्रजय महावार, प्रतीक मुंजवानी, पीयूष गांधी, मेहूल मिन्नी, शुभम मिन्नी, आदित्य चौबे हैं। सभी सदस्य तैयारी में जुटे हैं।