छत्तीसगढ़ किसान यूनियन ने की दलहन-तिलहन को भी समर्थन मूल्य पर खरीदने की मांग
धमतरी। जिला कार्यालय पहुंचे छ.ग. किसान यूनियन द्वारा कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा गया जिसमें कहा गया है कि धमतरी जिले के अधिकांश किसान रबी सीजन में भी धान की खेती करते है, जिसकी बिक्री के लिये बाजार उपलब्ध हो जाता है, लेकिन धान की खेती में अधिक लागत के साथ ही पानी का भी काफी दोहन होता है। जिसके कारण भू-जलस्तर नीचे गिर रहा है और भविष्य में जलसंकट उत्पन्न हो सकता है। शासन प्रशासन द्वारा जल जगार व जल संरक्षण के अंतर्गत दलहन तिलहन की खेती के लिये प्रोत्साहित करना सराहनीय पहल है, लेकिन फसल परिवर्तन कर किसान दलहन तिलहन चना, गेंहू, मूंग, उड़द की खेती करते है तो बाजार उपलब्ध नहीं हो पाता है और किसानों को इन फसलों को औने -पौने दाम में बेचना पड़ता है। वर्ष 2017 में शासन द्वारा किसानों को फसल परिवर्तन कर दलहन तिलहन लगाने कहा गया था तब जिले के लगभग 95 प्रतिशत किसानों ने दलहन तिलहन की खेती की थी लेकिन बाजार उपलब्ध नहीं होने व सही दाम नहीं मिलने के कारण औने पौने दाम में ?बेचना पड़ा और काफी घाटा हुआ था। जिसकी भरपाई किसान कई वर्ष तक नहीं कर पाये। किसान यूनियन का कहना है कि जल संरक्षण के लिये फसल परिवर्तन का वे समर्थन करते है लेकिन किसानों को फसल का वाजिब दाम भी मिलना चाहिये। इसलिये शासन से मांग है कि चना, गेंहू, मंूग व उड़द को भी समर्थन मूल्य पर खरीदी करने की घोषणा की जाये, ताकि किसानों को फसल का वाजिब दाम मिले और जल संरक्षण का उद्देश्य भी पूरा हो सके। उक्त मांग को लेकर ज्ञापन सौंपने के दौरान छ.ग. किसान यूनियन के प्रदेश संयोजक लीलाराम साहू, जिलाध्यक्ष घनाराम साहू, सुदर्शन सिंह ठाकुर, महिपाल साहू, टेकराम साहू, रामनिहोरा निषाद, कन्हैया सहित अन्य किसान मौजूद थे।