10 को नारायणी धाम में धूमधाम से मनाया जाएगा रानी सती दादी जी का जन्मोत्सव
धमतरी। रानी सती दादी मंदिर नारायणी धाम में 10 नवम्बर रविवार दोपहर 4:30 बजे रानी सती दादी जी का जन्म उत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा। दादी जी का जन्म दिवस कार्तिक शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को बड़े ही हर्ष के साथ मनाया जाता है महाभारत के संवाद में नारायणी मां उत्तरा के रूप में थी वही मां कलयुग में रानी सती दादी मां के नाम से अवतरित हुई है। कलयुग में रानी सती दादी और खाटू श्याम बाबा का अवतरण हुआ है। कहा जाता है कि रानी सती दादी मां और खाटू श्याम बाबा दोनों भाई बहन है। धमतरी वासियों के लिए यह बहुत ही प्रसन्नता का विषय है कि दादी और बाबा दोनों ने एक ही समय में एक ही तारीख में धमतरी में विराजित हुए और धमतरी वासियोंको पुण्य का भागी बनाया। दोनो मंदिरो में सबकी मनोकामना की पूर्ति होती है। सभी भक्तगणों से माता के जन्म दिवस पर पुण्य आशीर्वाद प्राप्त करने उपस्थिति की अपील की गई है।
पेपर में अर्जी लिखकर पेटी में भक्त डालते है मनोकामना
बता दे कि मंगल पाठ की माता की हल्दी ले जाने से कितने ही बच्चों का विवाह हुआ है जिनका विवाह काफी समय से नहीं हो रहा था। माता के मंदिर में अर्जी भी लगाई जाती है भक्त अपनी अर्जी पेपर में लिखकर वहां रखे पेटी में डालते है। मां अपने भक्तों की अर्जी अवश्य स्वीकार करती हैं। रानी सती दादी माता के जगह-जगह पर काफी विशाल मंदिर बनाए जा रहे हैं भक्तों की असीम श्रद्धा बढ़ती जा रही है। मां सब प्रकार से मंगल प्रदान करने वाली मंगलमयियां कल्याण दायिनी शिवा है सब पुरुषार्थों को सिद्ध करने वाली शरणागत वत्सला तीन नेत्रों वाली गौरी माता है।