समर्थन मूल्य पर धान खरीदी आज से शुरू
खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में पहले दिन धान बेचने आए किसानों में भारी उत्साह
*जिले के उपार्जन केन्द्रों में व्यवस्थित तरीके से की जा रही समर्थन मूल्य में धान खरीदी*
*कलेक्टर सुश्री नम्रता गांधी ने किया धान उपार्जन केन्द्रों का निरीक्षण*
*ऑनलाईन टोकन सिस्टम की किसानों ने की प्रशंसा, कहा समय की हुई बचत*
धमतरी, 14 नवम्बर 2024/ खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में प्रदेश सहित जिले के धान उपार्जन केन्द्रों में आज पहले दिन समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की व्यवस्थित तरीके से शुरुवात हो गई है। धान उपार्जन केन्द्रों में आज सुबह से ही विधि-विधान के साथ गुलाल, प्रसाद, फूल इत्यादि चढ़ाकर पूजा-पाठ कर धान खरीदी की शुरूआत की गई। कलेक्टर सुश्री नम्रता गांधी ने आज जिले के धान उपार्जन केन्द्र अछोटा, माकरदोना और लीलर का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने चालू खरीफ विपणन वर्ष में ज़िले की सभी 100 उपार्जन केन्द्रों में किसानों की सहूलियत का ध्यान रख तय मापदंड अनुरूप धान खरीदी करने पर बल दिया। उपार्जन केन्द्र में व्यवस्थाओं का जायजा लेते हुए सुनिश्चित करने कहा कि पुराने बारदाने को पलटकर उस पर मार्का लगाए जाएं। स्थल मुआयना के दौरान चबूतरा, डेनेज, बैनर-पोस्टर, पेयजल, माईक्रो एटीएम, स्टेक, तिरपाल, टोल फ्री नंबर, कांटा-बांट सत्यापन, नमी मापक यंत्र, प्राथमिक उपचार किट इत्यादि सहित अन्य व्यवस्थाओं की केन्द्र प्रभारी से जानकारी ली और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने धान बेचने के लिए पहुंचे किसानों से रू-ब-रू चर्चा की और धान विक्रय की जानकारी ली। किसानों ने बड़े उत्सुकता से कलेक्टर को बताया कि धान विक्रय करने में किसी तरह की दिक्कत नहीं है और केन्द्रां में सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गईं हैं।
धान उपार्जन केन्द्र लीलर पहुंचे किसान श्री दयाराम ने बताया कि वे अपना 72 क्विंटल धान विक्रय करने के लिए पहुंचे हैं। उन्हें किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि शासन द्वारा 3100 रूपये प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदी किया जा रहा है, इससे वे काफी खुश हैं। उन्होंने कहा कि धान बेचकर वे पुराना कर्जा चुकाएंगे, साथ ही अन्य घर की आवश्यकताओं की पूर्ति करेंगे। वहीं भंवरमरा के किसान श्री राममिलन साहू ने बताया कि वे आज 18 क्विंटल धान का विक्रय किया। उन्होंने बताया कि वे अपने खेत में इस बार रियल 11 किस्म का धान उपजाया था। श्री राममिलन ने बताया कि इस राशि से वे रबी सीजन में दलहन, तिलहन फसल के लिए बीज की खरीदी करेंगे। इसी खरीदी केन्द्र में अपने 104 क्विंटल धान का विक्रय करने पहुंचे श्री नीलकंठ तारण ने धान बेचने के लिए शासन द्वारा किसानों को दी जा रही सुविधाओं की सराहना की
धान उपार्जन केन्द्र माकरदोना में श्री उत्तम कुमार अपने 55 क्विंटल 20 किलोग्राम धान विक्रय करने पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि केन्द्र में पेयजल, छाया सहित सभी सुविधाएं मुहैय्या कराई गईं हैं। सिरौदखुर्द के श्री केशवराम ने 89 क्विंटल धान का विक्रय किया। वहीं धान उपार्जन केन्द्र भटगांव में पहुंचे श्यामतराई के किसान श्री शोभितराम साहू ने अपने 10 क्विंटल धान का विक्रय करते हुए कहा कि वे आधा एकड़ी क्षेत्र में आईआर 64 किस्म का धान लगाए थे। उन्होंने कहा कि शासन द्वारा समर्थन मूल्य पर प्रति क्विंटल 3100 रूपये की दर से धान खरीदी की जा रही है। धान बेचकर मिलने वाली राशि का उपयोग वे खेती-किसानी के लिए करेंगे। उन्होंने बताया कि वे ऑनलाईन के जरिए धान बेचने के लिए टोकन कटाए थे, इस सुविधा की उन्होंने भूरि-भूरि प्रशंसा की और इस सुविधा के लिए मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय कर धन्यवाद ज्ञापन किया। वहीं श्यामतराई के ही किसान श्री अशोक कुमार साहू, जो कि अपना 48 क्विंटल 80 किलोग्राम धान विक्रय करने पहुंचे थे, वे बताते हैं कि धान बेचकर वे रबी फसल के लिए खाद-बीज खरीदेंगे।
धान उपार्जन केन्द्र सोरम में पहुंचे ग्राम रूद्री के किसान श्री हरक लाल साहू बताते हैं कि वे 18 क्विंटल 40 किलोग्राम पतला धान बेचने पहुंचे थे। वे बताते हैं कि उन्होंने ऑनलाईन टोकन कटाया था, जिससे उनके समय की बचत हुई और धान बेचने में सुविधा हुई। उन्होंने कहा कि धान बेचकर मिलने वाली राशि से वे खाद, दवाई, ट्रेक्टर, धान कटाई में लगे मजदूरों को मजदूरी सहित अन्य आवश्यकताओं की पूर्ति करेंगे। वहीं ग्राम रूद्री के ही श्री प्रीतम साहू अपनी पत्नी श्रीमती देवला साहू के साथ धान बेचने पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि वे 26 क्विंटल 80 किलोग्राम धान का विक्रय करने लाए हैं। वे खुश होकर बताते हैं कि उन्होंने ऑनलाईन के माध्यम से टोकन कटाया, जिससे उन्हें टोकन के लिए उन्हें लाईन लगाने की जरूरत नहीं पड़ी और समय की बचत हुई। वे बताते हैं कि उनके बच्चे उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं, धान बेचने के बाद उन पैसों का उपयोग अपने बच्चों की शिक्षा में लगाएंगे। शेष राशि का उपयोग वे घर के अन्य जरूरतों को पूरा करने के लिए करेंगे।