पूर्व मंत्री,वरिष्ठ विधायक अजय चंद्राकर की पहल: 27 नवंबर से 8 दिसंबर तक द साबरमती रिपोर्ट फिल्म का निशुल्क होगा 31 शो
यह पहल केवल एक फिल्म स्क्रीनिंग नहीं, बल्कि एक समाजिक जागरूकता का आंदोलन बन चुका है-अजय चंद्राकर
पूर्व मंत्री और वरिष्ठ विधायक अजय चंद्राकर ने ‘द साबरमती रिपोर्ट’ फिल्म को सुनीलम थिएटर, कुरुद में छात्रों के साथ देखा। यह फिल्म भारतीय इतिहास और सामाजिक मुद्दों से जुड़ी सच्चाइयों को उजागर करने का प्रयास करती है, और युवाओं को अपने इतिहास के प्रति जागरूक करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। अजय चंद्राकर ने इस पहल के माध्यम से छात्रों को सत्य की ओर मार्गदर्शन दिया, और उन्हें समाज के प्रति जिम्मेदारी का अहसास कराया।पूर्व मंत्री और वरिष्ठ विधायक अजय चंद्राकर ने अपने विधानसभा क्षेत्र के सभी वर्गों के लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की घोषणा की है। 27 नवंबर से 8 दिसंबर तक, कुरुद स्थित सिनेमा हॉल में ‘द साबरमती रिपोर्ट’ के 31 निशुल्क शो आयोजित किए जाएंगे। इस पहल का उद्देश्य न केवल मनोरंजन करना है, बल्कि लोगों को सामाजिक जागरूकता, शिक्षा और सांस्कृतिक समृद्धि का संदेश देना है।अजय चंद्राकर का मानना है कि इस फिल्म के माध्यम से सत्य को सामने लाना जरूरी है, ताकि हर वर्ग को समाज और इतिहास के बारे में समझ मिल सके। उन्होंने कहा, “यह फिल्म हर व्यक्ति को हमारे इतिहास, संघर्ष और समाज के वास्तविक पहलुओं से अवगत कराती है। यह जरूरी है कि हम अपने अतीत से सीखें और अपने भविष्य को बेहतर बनाने की दिशा में कदम उठाएं।31 निशुल्क शो के इस आयोजन में 4000 से अधिक लोग फिल्म देखेंगे, और यह पहल 5 लाख रुपये से अधिक के खर्च में पूरी हो रही है। विधायक ने कहा, “यह सब भारतीय जनता पार्टी के सहयोग से हो रहा है, और मैं एक छोटे कार्यकर्ता के रूप में अपने कर्तव्यों का पालन कर रहा हूं।यह पहल केवल एक फिल्म स्क्रीनिंग नहीं, बल्कि एक समाजिक जागरूकता का आंदोलन बन चुकी है। इसके जरिए अजय चंद्राकर ने न सिर्फ कुरुद और आसपास के क्षेत्रों के लोगों को कला, संस्कृति और सत्य के महत्व से अवगत कराया, बल्कि सामाजिक एकता और संवेदनशीलता को भी बढ़ावा दिया।इस पहल ने क्षेत्र में शांति, एकता और जागरूकता की मजबूत नींव रखी है, और यह स्थानीय समुदाय के लिए एक प्रेरणा बन चुकी है कि कैसे सांस्कृतिक और ऐतिहासिक सच्चाइयों को समझकर हम समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं। इस दौरान समाजसेवी भूपेंद्र चंद्राकर ने भी फिल्म देखी.