भाजपा सरकार धान नहीं खरीदने का षड़यंत्र कर रही है-कांग्रेस
प्रेस वार्ता कर कहा जांच के लिए कांग्रेस करेगी निगरानी समिति गठित
धमतरी-जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय राजीव भवन मे कांग्रेसियों ने धान खरीदी के संबंध में प्रेस कांफ्रेंस की। इस दौरान कांग्रेसियों ने भाजपा सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा की धान खरीदी में धांधली हो रही है, जिसकी जांच के लिए कांग्रेस निगरानी समिति गठित करेगी। कांग्रेस ने सरकार पर किसानों को 31 सौ का भुगतान नहीं करने का आरोप लगाया। धान खरीदी करने में सरकार की नीयत साफ नहीं है। किसानों से 31 सौ में धान खरीदी का वादा कर भाजपा सत्ता में आई है। लेकिन 21 क्विंटल धान की खरीदी कहीं नहीं हो रही है। किसानों को 23 सौ रुपए के मान से राशि दी जा रही है। कांग्रेस धान खरीदी पर बड़ा आंदोलन करेगी। धान खरीदी में बड़े भ्रष्टाचार होने की संभावना है। कांग्रेस धान खरीदी पर जिला, ब्लॉक, खरीदी केन्द्र स्तर पर निगरानी समिति बनाएगी। समिति खरीदी केंद्रों में जांच करने जाएगी।जिला अध्यक्ष शरद लोहाना ने पत्रकारवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार धान नहीं खरीदने का षड्यंत्र कर रही है। विष्णु देव साय सरकार की नई नीति से स्पष्ट है कि वह किसानों से धान खरीदी कम करना चाहती है। इस बार 160 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य है. इसके लिए 14 नवंबर से 31 जनवरी तक का समय निर्धारित है. शनिवार, रविवार और सरकारी छुट्टियों को घटाकर कुल 47 दिन मिल रहे हैं। इसका मतलब यह है कि प्रति दिन सरकार को लगभग साढ़े तीन लाख मिट्रिक टन की ख़रीदी प्रति दिन करनी होगी, तब जाकर लक्ष्य पूरा होगा। वर्तमान में जिस रफ्तार से धान खरीदी हो रही है उसमें लक्ष्य प्राप्त करना असंभव लग रहा। सोसाइटियो को निर्देश है कि एक दिन में अधिकतम 752 क्विंटल यानी 1880 कट्टा धान ही खरीदा जाना है। ऐसे में एक किसान का शेष धान के लिये उसको आगामी दिनों की तारीख दी जा रही है।सिहावा विधायक अम्बिका मरकाम ने कहा कि सरकार ने यह घोषणा किया है कि 72 घंटे में किसानों के खाते में पैसा आयेगा, लेकिन जो लोग 14 नवंबर को धान बेचे थे, उनके खाते के रकम नहीं आया है, जो रकम आ रहा है वह एक मुश्त 3100 नहीं है। सिर्फ 2300 रू. प्रति क्विंटल ही आ रहा है। (जो समर्थन मूल्य है उतना) आगे कहा कि अनावरी रिपोर्ट गलत बनाया जा रहा जिसके आधार पर मात्र 9 से 12-14 क्विंटल धान खरीदा जा रहा। किसानों से पूरा 21 क्विंटल धान नहीं खरीदा जा रहा है। बीज उत्पादक किसानों से सोसायटी में धान नहीं खरीदा जा रहा। सोसायटी में सूचना चस्पा किया गया है कि बीज उत्पादक किसानों का धान नहीं लिया जायेगा। सोसायटी में बारदाना की कमी है किसान परेशान है। सरकार ने कहा है कि 50 प्रतिशत नये 50 प्रतिशत पुराने बारदानों का उपयोग किया जाये। 50 प्रतिशत पुराने बारदाने समितियों में पहुंचे ही नहीं है, जिसके कारण धान खरीदी बाधित हो रही है।धमतरी विधायक ओंकार साहू ने कहा कि धान खरीदी केन्द्रो में टोकन नहीं जारी किया जा रहा है किसान घंटो खड़े रहते है। आनलाईन टोकन सिस्टम के कारण किसानों को 15 दिन बाद का भी टोकन नही मिल रहा है। धान की कीमत का भुगतान 3217 रू. में करें क्योंकि 3100 रू. भाजपा ने अपने चुनावी वायदे में कहा था। केन्द्र सरकार ने धान का समर्थन मूल्य 117 रू. बढ़ा दिया है। इस कारण इस वर्ष धान की खरीदी 3100 रू. से बढ़ाकर 3217 रू. किया जाये। कांग्रेस के समय भी कांग्रेस ने धान का समर्थन मूल्य 2500 देने का वादा किया था लेकिन समर्थन मूल्य बढ़ने पर कांग्रेस ने 2640 रू. में धान खरीदी किया था। धमतरी विधानसभा साथ ही खरीदी केंद्र में निरीक्षण के दौरान निम्न स्तर की बारदाना देखने को मिला है. महापौर विजय देवांगन ने कहा कि धान उपार्जन की कांग्रेस सरकार की नीति को भाजपा सरकार ने बदल दिया है। नई नीति के अनुसार 72 घंटे में बफ़र स्टॉक के उठाव की नीति को बदल दिया है। पहले इस प्रावधान के होने से समितियों के पास ये अधिकार होता था कि वे समय सीमा में उठाव न होने पर चुनौती दे सकें। अब जो बदलाव हुआ है उसके बाद बफ़र स्टॉक के उठाव की कोई सीमा ही नहीं है। धान खरीदी केन्द्रो में जगह की कमी आ रही है। पहले मार्कफ़ेड द्वारा समस्त धान का निपटान 28 फ़रवरी तक कर देने की बाध्यता रखी गई थी। अब इसे बढ़ाकर 31 मार्च कर दिया गया है। धान खरीदी बंद होगी 31 जनवरी को। यानी समितियों,संग्रहण केंद्रों में धान अब दो महीने तक रखा रह रहेगा।पूर्व जिला अध्यक्ष मोहन लालवानी ने कहा कि धान मिलिंग के लिए कांग्रेस सरकार ने प्रति क्विंटल 120 रुपए देने का निर्णय लिया था. जिसका परिणाम यह हुआ था कि प्रदेश भर में 700 नई राइस मिलें खुली थीं। अब सरकार ने मिलर के लिए 120 रुपए को घटाकर 60 रुपए कर दिया है। इस कारण राईस मिलर हड़ताल पर है धान सोसायटी में जाम है। मिलरों को 120 की जगह 60 रुपए देने के फ़ैसले के बाद विभिन्न ज़िलों में राइस मिलर एसोसिएशन धान की मीलिंग करने में असमर्थता व्यक्त करने लगे हैं। इस दौरान पूर्व विधायक लेखराम साहू कविता बाबर शहर कांग्रेस अध्यक्ष आकाश गोलछा योगेश शर्मा राजेश ठाकुर धामेश्वरी साहू आदि मौजूद रहे.