श्री गायत्री आरोग्यम (आयुष) पॉली क्लीनिक धमतरी में देश का प्रकृति परीक्षण अभियान कार्यशाला संपन्न
डॉ दिनेश कुमार नाग बनाये गये अभियान के सह समन्वयक
धमतरी। संकल्प स्वास्थ्य का आधार आयुर्वेद का उपरोक्त ध्येय वाक्य के साथ आयुष मंत्रालय भारत सरकार की ओर से नवम आयुर्वेद दिवस के अवसर पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे देश की प्रकिति परीक्षण अभियान के की शुरुआत की घोषणा जिसकी शुरुआत संविधान दिवस 26 नवम्बर से 25 दिसंबर अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म दिवस तक यह अभियान चलेगा। प्रथम चरण में अभी एक करोड़ लोगों का प्रकृति परीक्षण मोबाइल एप्प के द्वारा पंजीकृत आयुर्वेदिक निजी चिकित्सकों एवं शासकीय चिकित्सकों के साथ साथ आयुर्वेदिक महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं एवं शिक्षकों के द्वारा वालंटियर के रूप में किया जाना है । शासन स्तर पर राज्य समन्वयक डॉ संजय शुक्ला रजिस्ट्रार आयुर्वेदिक यूनानी एवं प्राकृतिक चिकित्सा बोर्ड छत्तीसगढ़ शासन को बनाया गया हैं एवं उनके एवं जिला आयुष अधिकारी के निर्देशन पर जिला समन्वयक डॉ रविंद्र कुमार वर्मा आयुर्वेदिक मेडिकल ऑफिसर धमतरी एवं सह समन्वयक डॉ दिनेश कुमार नाग को बनाया गया है।
यह अभियान धमतरी जिले में भी तेजी से चल रहा है जिसे शासन स्तर पर जिला आयुष अधिकारी के निर्देशन पर समस्त आयुर्वेदिक चिकित्सक एवं समस्त पंजीकृत निजी आयुर्वेद चिकित्सक के द्वारा किया जा रहा है उपरोक्त क्रम में ही जिले के समस्त निजी चिकित्सकों को इस अभियान में वालंटियर के रूप में कार्य करने के लिए जिला आयुष अधिकारी डॉ सुरेंद्र चंद्राकर की निर्देशन में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन 3 दिसंबर को हाउसिंग बोर्ड कालोनी स्थित श्री गायत्री आयुष पॉलीक्लिनिक धमतरी में निजी चिकित्सकों की कार्यशाला रखा गया था। वरिष्ठ आयुर्वेद चिकित्सक डॉ डॉ प्रवीण चंद्राकर ने बताया कि प्रकृति परीक्षण क्या है हम इसमें कैसे भागीदारी दे सकते हैं और इसका महत्व क्या है इन सब विषयों पर बहुत ही सार्थक जानकारी प्रदान किया तत्पश्चात जिला आयुष अधिकारी के प्रतिनिधि के रूप में वरिष्ठ आयुर्वेद चिकित्सक डॉ गुरु दयाल साहू ने भी प्रकृति परीक्षण के महत्व को विस्तार से बताया तत्पश्चात जिला समन्वयक डॉक्टर रविंद्र कुमार वर्मा ने प्रकृति परीक्षण हेतु इसके ऐप को डाउनलोड करने से लेकर इसमें आने वाली तकनीकी जानकारी एवं तृतीय का समाधान किया कुछ चिकित्सकों ने तत्काल ऐप डाउनलोड करके वालंटियर के रूप में रजिस्टर्ड होकर प्रकृति प्रशिक्षण प्रारंभ कर दिया.
साथी साथ पैरामेडिकल स्टाफ लोगों ने भी अपने प्रकृति परीक्षण कराया, उपरोक्त प्रशिक्षण में डॉ धर्मेंद्र सिन्हा डॉ प्रीति सिन्हा, डॉ शिशिर मिलाप डॉ ए एस खान डॉ ओमप्रकाश मत्स्यपाल डॉ आशीष पॉल डॉ कमल साहू सहित पंजीकृत आयुर्वेदिक चिकित्सक एवं स्टाफ उपस्थित थे कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर दिनेश कुमार नाग जिला सह समन्वयक प्रकृति परीक्षण के द्वारा किया गया ।