जीवन रूपी भवसागर के सारे कष्टों ,दुख , संताप का समाधान है श्रीमद्भागवत गीता -:पं. हरिशरण
पूर्व सभापति राजेंद्र शर्मा ने व्यासपीठ को नमन कर प्राप्त किया आशीर्वाद
धमतरी। भगवान कृष्ण का जीवन चरित्र समाज और राष्ट्र के लिए समर्पित होकर कष्ट दुख तथा संताप से भरा रहा । जीवन के इन सारे समस्याओं का समाधान श्रीमद् भागवत गीता में समाहित है।यह व्यक्ति को जीने के लिए मजबूत आत्मबल के साथ प्राणवायु प्रदान करती है, उक्त बातें अंबेडकर वार्ड गौरव पथ में आयोजित श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ सप्ताह में व्यास पीठ से पंडित हरिशरण वैष्णव महाराज द्वारा उपस्थित भक्त समूह से कहीं, उन्होंने आगे आगे बताया कि जीवन में मोक्ष सिर्फ और सिर्फ धर्म अध्यात्म तथा सांस्कृतिक मान्यताओं के शरणं में व्यक्ति को प्राप्त हो सकता है। और यही से व्यक्ति के जीवन में शांति, सुख ,समृद्धि का प्रादुर्भाव भी होता है जो ऐसे ही धार्मिक आयोजन से प्राप्त होता है। इस अवसर पर मुख्य रूप से उपस्थित अंबेडकर वार्ड के पार्षद तथा पूर्व सभापति राजेंद्र शर्मा ,वरिष्ठ नागरिक कुलेश सोनी, पिंटू यादव ने पंडित वैष्णव का शाल श्रीफल से सम्मान करते हुए धर्म के क्षेत्र में उनके योगदान को रेखांकित करते हुए राजेंद्र शर्मा ने कहा कि व्यासपीठ जीवन जीने की कला सिखाती है जिसमें दिए गए उपदेश वर्तमान समाज की समग्र समस्याओं को समाप्त कर व्यक्ति के जीवन को खुशहाली के साथ-साथ सार्थक रास्तों पर चलते का पथ प्रदर्शन करते हुए इसे सरल कर देती है गौरतलब है, की उक्त आयोजन उषा पटेल परिवार द्वारा किया गया था जिसमें प्रतिदिन काफी संख्या के में लोग कथा श्रवण के लिए पहुंचते थे।