प्रयागराज महाकुंभ को हरित कुंभ बनाने हेतु धमतरी से भेजे गए थाली एवं थैला
धमतरी। 12 साल में एक बार होने वाले महाकुंभ मेले का आयोजन आगामी 13 जनवरी से 26 फरवरी तक प्रयागराज में किया जाएगा। इस महाकुंभ में करीब 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचेंगे तो उनके खाने-पीने की व्यवस्था कर दी जाएगी लेकिन इससे बड़े पैमाने में गंगा के तट पर हजारों टन कचरा जमा हो जाएगा। इसे ध्यान में रखते हुए पर्यावरण संरक्षण गतिविधि धमतरी द्वारा एक थैला-एक थाली अभियान चलाया। जब श्रद्धालु कुंभ स्नान के लिए पहुंचेंगे तो उन्हें यह दिया जाएगा ताकि भोजन के लिए थाली का इस्तेमाल करें और डिस्पोजेबल वस्तुओं को थैली में ही संग्रहित कर निर्धारित जगह में रख दें। अपने आसपास क्षेत्र में होने वाले सभी प्रकार के धार्मिक, सामाजिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक कार्यक्रम में प्लास्टिक डिस्पोजल, झिल्ली, प्लेट आदि का उपयोग न करें। मड़ई मेला में भी प्लास्टिक कचरा न हो इसका ध्यान रखें। इस अभियान का प्रचार सोशल मीडिया, नगर भ्रमण, व्यक्तिगत संपर्क करके किया गया। इसके जरिए विदेश में रहने वाले धमतरीयन भी इस कार्यक्रम से जुड़े और थैला थाली भेंट किये। सोशल मीडिया के माध्यम से किए गए प्रचार में धमतरी निवासी जो अन्य राज्य में निवासरत हैं उनके द्वारा भी थैला थाली का सहयोग किया गया। इस कार्यक्रम में समाज के सभी वर्गों का सहयोग प्राप्त हुआ। पंडित हरि शरण वैष्णव धमतरी के द्वारा भागवत कथा स्थल आमा तालाब धमतरी में महाराज के आह्वान पर 125 थैला थाली का सहयोग श्रद्धालु गणों द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम में धमतरी नगर से 1375 थैला एवं थाली 470 व्यक्तियों द्वारा एवं चार संस्थाओं द्वारा प्राप्त हुआ। धमतरी खंड से 260 थैला एवं थाली 108 व्यक्तियों द्वारा प्राप्त हुआ। कुरूद खंड से 816 थैला एवं थाली 259 व्यक्तियों द्वारा प्राप्त हुआ। मगरलोड खंड से 270 थैला एवं थाली 260 व्यक्तियों द्वारा प्राप्त हुआ। नगरी खंड से 273 थैला एवं थाली 140 व्यक्तियों द्वारा प्राप्त हुआ। इस प्रकार कुल 3001 थैला एवं थाली 101 गांव से 1237 व्यक्तियों द्वारा एवं चार संस्थाओं द्वारा यह थैला एवं थाली संग्रहित कर प्रयागराज हेतु मां विंध्यवासिनी मंदिर के प्रांगण में पूजन अर्चन कर अक्षत पुष्प छिड़कर भेजा गया। इस कार्यक्रम में मोहन साहू छत्तीसगढ़ प्रांत सहसेवा प्रमुख, भेदुप्रकाश साहु जिला पर्यावरण प्रमुख, रामलखन गजेंद्र, ठाकुर राम यादव, राजकुमार महंत, घनश्याम साहू, धनेश्वर निर्मलकर, शशांक कृदत्त, दीपक ठाकुर, महेंद्र पंडित, महेश शर्मा, वेद प्रकाश भैंसले, शिवाजी साहू, लक्खू भाई भानुशाली, विजय ठाकुर, गौरव मगर, योगेंद्र यादव, जनेंद्र शर्मा, चंद्रभान निर्मलकर, अतुल साहू, जितेंद्र देवांगन, शैलेश चंद्राकर, तोरण गंजीर, संजय जेठवानी, सरोज देवांगन, लीना सिन्हा, सुषमा साहु, उपस्थित थे।