जनता ने सेवा का मौका दिया उनका हृदय से आभार, अपने दायित्वों का ईमानदारी से निर्वहन करने किया प्रयास – अनुराग मसीह
मूलभूत व बुनियादी समस्याओं के निराकरण के लिए निगम सभापति ने नई छोड़ा कोई कसर
जनता व पार्टी का समर्थन रहा तो सहर्ष चुनाव लडऩे है तैयार
धमतरी। नगर निगम का एक और कार्यकाल पूर्ण होने को है कल 5 जनवरी को वर्तमान कार्यकाल पूर्ण हो जाएगा। इसके पूर्व ही कार्यालीयन दिवस को निगम सभापति अनुराग मसीह ने अपनी सरकारी वाहन की चाबी, आरसी बुक, लॉक बुक आदि शासकीय सामाग्री को निगम कमिशनर को सौंप दिया है। कार्यकाल के अंतिम दिनो में चर्चा के दौरान अनुराग मसीह ने विचार रखें।
श्री मसीह ने जनता ने उन्हें सेवा का अवसर दिया इसके लिए वे उनका हृदय से आभारी है। पार्टी ने उन्हें निगम अध्यक्ष जैसे महत्वपूर्ण जवाबदेही वाला पद दिया। जिस पर खरा उतरने उन्होने पूरी ईमानदारी से कार्य किया। बीते 5 सालों के कार्यकाल में निगम के अधिकारी कर्मचारी, दोनो पक्षो के पार्षद व महापौर का सहयोग मिला। इसके लिए वे उनका आभार व्यक्त करते है। सभापति का दायित्व सम्भालने के साथ ही जनता की मूलभूत समस्याओं के निराकरण के लिए हमेशा प्रयासरत रहे। निगम में रोजाना समय देकर लोगो की समस्याएं सुनकर निराकरण हेतु अधिकारियों को निर्देशित करते रहे। एक सवाल के जवाब में श्री मसीह ने कहा कि निगम में सत्ता किसी की भी हो हर दो महीने में अवश्य होने चाहिए. ताकि कार्यो में कसावट आ सकें। विकास को गति मिलती रहे। रही बात फाईल अटकाने की तो उन्होने दावा किया कि किसी भी फाईल को 10 मिनट से अधिक अपने पास नही रखा। निगम समान्य सभा की बैठक का ऐंजेडा कमिशनर तैयार करते है। महापौर के हस्ताक्षर के बाद सभापति के पास फाईल पहुंचती है। उन्होने फाईल या बैठक को कभी अटकाया नहीं। श्री मसीह ने आगे कहा कि उनके कार्यकाल के दो साल कोरोना काल में बीत गया। इस दौरान भी सेवा कार्य उनकी प्राथमिकता रही। चुनाव लडऩे के सवाल पर श्री मसीह ने कहा पूर्व में नेता प्रतिपक्ष, छात्रसंघ अध्यक्ष, रह चुके है। तीन बार पार्षद चुनाव जीते। निगम सभापति का दायित्व सम्भाला यदि जनता व पार्टी का समर्थन रहा तो वे चुनाव लडऩे सहर्ष तैयार रहेंगे। बता दे कि अनुराग मसीह अपने वार्ड से आरक्षण के चलते चुनाव नहीं लड़ पायेंगे। लेकिन विकल्प के रुप में पार्षद चुनाव के लिए रिसाईपारा पश्चिम, जोधापुर, व रिसाईपारा पूर्व को मान रहे है। यदि महापौर का आरक्षण सामान्य होता है तो वे टिकिट की मांग जरुर करेंगे।
महापौर बड़े भाई की तरह नहीं है कोई विवाद, सवैधानिक पद की बनाई रखी गरिमा
सभापति अनुराग मसीह ने कहा कि महापौर विजय देवांगन और उनके बीच कभी कोई विवाद नहीं रहा। महापौर उनके बड़े भाई के सामान है और उनका व्यवहार मेरे प्रति हमेशा छोटे भाई की तरह ही रहा है। हमेशा एक दूसरे का सहयोग शहर विकास में करते रहें है। सवैधानिक पद होने के कारण सभी पार्षदो को सामान अवसर दिया ताकि सदन सुचारु रुप से संचालित किये जा सकें।