जिले में 1282.88 लाख रूपये की लागत से बना 102 अमृत सरोवर
तालाब निर्माण से ग्रामीण हो रहे लाभान्वित, जलस्तर में हुई बढ़ोत्तरी
महिलाएं मछलीपालन कर बन रहीं आर्थिक रूप से सक्षम
धमतरी। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2022-23 में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना अंतर्गत रानी लक्ष्मी बाई तालाब अमृत सरोवर निर्माण के लिए 19.05 लाख रूपये की स्वीकृति दी गई थी। सरोवर का निर्माण कार्य लगभग 03 एकड़ क्षेत्र में किया गया। योजना के तहत 250 नियोजित श्रमिकों ने 4759 मानव दिवस का सृजन किया है। सरोवर की क्षमता वृद्धि हेतु मिट्टी खुदाई का कार्य, बंड का निर्माण, इनलेट एवं आउटलेट का निर्माण भी किया गया है, जिसमें 10 हजार घनमीटर से अधिक जलधारण क्षमता की वृद्धि हुई है। जल संचयन होने से हेण्डपंप एवं आसपास के क्षेत्रों में भी जलस्तर की वृद्धि हुई है। सरोवर में अथाह जलराशि को देखते हुए तालाब के निचले स्तर में किसानों के लगभग 20 से 25 एकड़ खेतों की सिंचाई भी की जा सकती है। श्रीमती यादव ने यह भी बताया कि आजादी की 75 वीं वर्षगांठ के अवसर पर जिले में 102 अमृत सरोवर निर्माण के लिए राशि-1282.88 लाख रूपये की स्वीकृति प्रदान किया गया है।
सरोवर के निर्माण से ग्रामीणों को निस्तारी एवं किसानों को सिंचाई सुविधा का लाभ मिल रहा है। गांव में पंजीकृत स्वसहायता समूह की महिलाओं को मछली पालन, सिंघाड़ा की खेती करने प्रेरित किया जा रहा है। अधिकांश समूह की महिलाएं मछली पालन के माध्यम से स्वरोजगार के प्रति सशक्त होते जा रही है। सरपंच श्रीमती बसंती साहू ने बताया कि 12 वर्ष पहले गावं में जल की कमी को देखते हुए रानी लक्ष्मी बाई तालाब का निर्माण किया गया था। अमृत महोत्सव के अवसर पर वित्तीय वर्ष 2022-23 में उक्त सरोवर का निर्माण मनरेगा योजना के तहत राशि 19.05 लाख रूपये की लागत से जीर्णोंद्धार किया गया। तालाब के कैचमेंट एरिया में स्थित नलकूपों एवं बोर में जलस्तर की बढ़ोत्तरी हुई है। ग्रामीणों ने बताया कि तालाब में पानी रहने से जलस्तर सही रहता है। तालाब किनारे विविध पौधे रोपे गए है।