बेटियां संस्कृति, समृद्धि है और हमारी सीता, सावित्री है इसलिए बेटियों की रक्षा होनी चाहिए – रामस्वरूप आचार्य
राम जानकी के विवाह की सजीव झांकी का हुआ चित्रण, भक्ति में झूमते रहे लोग
नीलम चंद्राकर फ्रैंड्स क्लब द्वारा पांच दिवसीय भव्य राम कथा का हो रहा आयोजन
कुरुद। रामस्वरूप आचार्य कामना गिरी चित्रकूट धाम बताया कि भगवान श्रीराम को मर्यादा पुरुषोत्तम इसलिए कहा जाता है क्योंकि वह सदैव मर्यादा का पालन करने वाले और पुरुषों में सर्वोत्तम हैं। इसलिए उनका अनुशरण करने से ही मर्यादा अर्थात कुलीन आचरण, कुलो के यश, गौरव की रक्षा करने सच्चा ज्ञान प्राप्त होता है। ज्ञात हो कि पुरानी कृषि उपज मंडी प्रांगण में नीलम चंद्राकर फ्रैंड्स क्लब द्धारा आयोजित पांच दिवसीय भव्य राम कथा आयोजन के तीसरे दिवस श्रीराम विवाह का प्रसंग बताते हुए आचार्य ने कहा कि भगवान श्रीराम के रूप में श्रीहरि ने मानव अवतार लेकर पुरुष को उत्तम जीवन जीने का मार्ग बतलाया है और जो भी मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के जीवन की कथा सच्चे मन से सुनेगा वही पुरुषोत्तम को समझ सकेगा उनका अनुशरण कर समाज में अपना यश प्राप्त कर सकेगा। आचार्य जी ने प्रभु चरणो की महिमा बताते हुए कहा कि श्री चरणों की बड़ी महिमा है मंदिर का पूजारी भी चरणों से आरती शुरु करता है। हम भी भगवन के चरणो में अपना शीश नवाते हैं। कुुरूद नगर ने पुरुषोत्तम माह में रामकथा के माध्यम से भारी पुण्य अर्जित किया है। भगवान श्री राम के सामने सच्चे हृदय से अपने कष्ट अपनी परेशानी रखेंगे तो सारे कष्ट दूर हो जाएंगे अपने आप सारे समाधान मिल जाएगा। जिसे सारा जमाना उपेक्षित कर देता है उसे भगवान पुरुषोत्तम स्वीकृत कर लेते हैं। जैसे हर तीन वर्ष मे छुटने वाली तिथियों को पुरुषोत्तम मास में स्वीकृत कर लेता है। श्री रामस्वरूपाचार्य जी सीता माता के जन्म को जनकपुर के लिए भाग्यशाली बताते हुए कहा कि जिस घर में कन्या का जन्म होता है वहा सुख, समृद्धि स्वय आ जाती हैं। बेटियां हमारी संस्कृति, समृद्धि है और बेटियां हमारी सीता और सावित्री है इसलिए बेटियों की रक्षा होनी चाहिए। उन्होंने मणिपुर में हुई महिलाओ के ऊपर अमानवीय कृत्य के लिए चिंता व्यक्त करते हुए, महिलाओ की रक्षा और सम्मान की बात कहते हुए ऐसे अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा दिए जाने की बात कही। श्री राम जानकी विवाह का अद्भुत काव्यात्मक प्रसंग बताते हुए, धनुष यज्ञ की व्याख्या में प्रभु श्रीराम के शौर्य का वर्णन किया। जिसके पश्चात राम जानकी के विवाह की सजीव झांकी का चित्रण किया गया। वरमाला के दौरान आयोजन समिति द्वारा झिलमिल वाले पटाखों की व्यवस्था की गई, जिससे पूरा कथा स्थल मंडप में परिवर्तित हो गया। श्रीराम विवाह में मंगल गीत गाया गाया और भक्तो ने रामजानकी के जयजय कारों के साथ जमकर नाच गाकर इस विवाह झांकी में अपनी सहभागिता दी।
कथास्थल पर बिरेश ठाकुर उपाध्यक्ष प्रदेश कांग्रेस कमेटी, मदन मोहन खंडेलवाल , गोपाल शर्मा, प्रभात राव मेघा वाले, छाया वर्मा पूर्व राज्यसभा सदस्य, प्रतिभा चंद्राकर पूर्व विधायक, आनंद पवार, सुमन संतोष साहू, शारदा साहु, पुरषोत्तम चंद्राकर, प्रहलाद चंद्रकार, प्रमोद साहू, आशीष शर्मा, कृष्णकांत साहू, कुलेश्वर चंद्राकर, संतोष प्रजापति, गीता राम सिन्हा, नेहा सिंग, दामनी चंद्राकर, सूर्या देवांगन, मुकेश कोशरे ब्लाक अध्यक्ष भखारा, लीना कोशरे, डुमेश साहू, चंद्रहास साहू, रखी तपन चंद्राकर, रमेश साहू, शत्रुहन साहू, प्रमोद साहू, नवल केला, घनश्याम चंद्राकर, अमर दीप साहू, दीनबंधु चंद्राकार, कुरूद प्रेस क्लब के अध्यक्ष मूलचंद सिन्हा, तुलेश्वर सिन्हा, मुकेश साहू, धर्मीन साहू, प्रभा चंद्राकर, शिला चंद्राकर, मनीष चंद्राकर रायपुर, रामायण लाल साहू, शिवदत्त तिवारी, झरना साहू, रमेश केला, आदि उपस्थित थे।
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