डी.ए.पी. खाद और बीज के अभाव के चलते छत्तीसगढ़ के किसान संकट मे है -लेखराम साहू
पूर्व विधायक कुरूद ने कहा छग बन गया है नकली खाद, बीज, दवा और घटिया नैनो युरिया खपाने का अड्डा

धमतरी। खरीफ की बुवाई और थरहा के लिये प्रदेश में खाद और बीज के संकट को लेकर कुरूद के पूर्व विधायक लेखराम साहू ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी की डबल इंजन की सरकार छत्तीसगढ़ के अन्नदाता किसानों के लिए ट्रबल इंजन साबित हो रही है। मानसून केरल आ चुका है पूरे प्रदेश में खरीफ फसल की बुवाई की तैयारी जोरो पर है। जो किसान खुर्रा बुवाई करते हैं वे भी शुरू कर चुके है। प्रदेश के ज्यादातर सोसायटी में किसानो को डी.ए.पी. खाद की कमी से जुझना पड़ रहा है । ज्यादातर स्थानों पर बोनी और थरहा के लिए बीज भी किसानों को नहीं मिल पा रहा है जिसके चलते किसान परेशान है। किसान विरोधी षडय़ंत्रों के चलते ही छग में नकली खाद, बीज, दवा और घटिया नैनो युरिया को खपाने का अड्डा बन गया है। यह सरकार नहीं चाहती है कि किसान भरपूर उपज ले सके। बोनी के समय सबसे अधिक आवश्यकता डी.ए.पी. और बीज की ही होती है लेकिन इस सरकार की रवैया शुतुरमुर्ग की तरह है। खरीफ फसल की बुवाई का समय सर पर है लेकिन यह सरकार ना खाद के रेक की व्यवस्था कर पाई है ना समुचित रूप से कहीं भंडारण की व्यवस्था है ।
मांगों के शिकायतों का हो शत प्रतिशत निराकरण,तय हो समय सीमा-लेखराम
लेखराम साहू ने कहा कि छत्तीसगढ़ सुशासन तिहार के अंतर्गत आम जनता के द्वारा जो आवेदनों एवं मांगों के शिकायतों का शत प्रतिशत निराकरण करने के लिए एक निश्यित समय दे ताकि आम जनता को यह पता हो कि मेरे आवेदन की निराकरण इस दिनांक को होने वाला है । लेखराम साहू का कहना है कि आवेदनों को गंभीरता से लेते हुए आम जनता को उनके आवेदनों के निराकरण की जानकारी देकर जनता को संतुष्ट करने का कार्य करें एवं यदि आम जनता अधिकारियों के जवाब एवं निराकरण से संतुष्ट न हो तो संबंधित आवेदकों को कारण संहित स्पष्ट करें ताकि वे अन्य योजनाओं का लाभ लेकर अपने आवेदनों का निराकरण करा सके।