मनुष्य का जीवन भजन के बिना सूना होता है- संत लोकेश कुमार

धमतरी। आचार्य सद्गुरु स्वामी टेऊँराम जी महाराज के जारी चालीहा महोत्सव के 12 वें एवं 83 वें वर्सी महोत्सव के पांचवें तथा अंतिम दिन सुबह 9.30 बजे श्रीमद् भगवद्गीता एवं श्री प्रेम प्रकाश ग्रन्थ साहब के पाठों का भोग पारायण किया गया एवं वर्सी महोत्सव का विधिवत समापन हुआ एवं रात्रि 8 बजे से 9.30 बजे तक सत्संग भजन कीर्तन चालीसा पाठ कर विशाल भंडारे का आयोजन कर आचार्य श्री का चौथ माने मासिक जन्मोत्सव बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। प्रेम प्रकाश आश्रम के सन्त लोकेश कुमार ने बताया कि जैसे नदी नीर बिना सूनी, आंगन अतिथि बिना सूना होता है उसी तरह मनुष्य का जीवन भजन के बिना सूना होता है जीवन में सच्चा आनन्द भजन से ही आता है जो परमानंद का द्योतक होता है इस आनंद के प्रदाता समर्थ गुरु होते हैं। हम भाग्यशाली हैं जो हमें स्वामी टेऊँराम जी महाराज गुरु रूप में मिले हैं। मनुष्य जन्म को सफल करने के लिए एवं आनन्द प्राप्त करने हेतु भजन कराने वाले भजन सिखाने वाले गुरुजन ही होते है इन तीनों माता पिता, गुरु एवं ईश्वर सबसे ऊपर हैंै।