जिले के पर्यटन स्थलों में बढ़ी भीड़, खुशनुमा मौसम, झरने, वादियों का उठा रहे लुफ्त
गंगरेल, माडमसिल्ली, सोंढुर, दुधावा, नरहरा, सिहावा जैसे पर्यटन स्थलों में बढ़ी रौनक

धमतरी। इस बार मानसून जिले में मेहरबान है. जिसके चलते लगातार बारिश हो रही है। रोजाना मौसम खुशनुमा रहता है। ऐसे मौसम में घूमने फिरने का लुफ्त लोग उठा रहे है। जिससे जिले के पर्यटन स्थल गुलजार हो उठे है।
बता दे कि धमतरी जिले को प्रकृति ने विशेष इनायत बक्शी है। यहां नदी झरने, पहाड़, बांध सभी प्रकार के प्राकृतिक दृश्य है जो लोगों को अपनी और आकर्षित करते है। गंगरेल बांध में जल भराव लगभग 21 टीएमसी हो गया है। जैसे जैसे बांध में जल भराव बढ़ता जा रहा है। वैसे-वैसे बांध की खूबसूरती भी बढ़ती जा रही है। ऐसे में इस मानसून लोग गंगरेल बांध का लुफ्त उठाने पिकनिक मनाने बड़ी संख्या में पहुंच रहे है। रविवार और छुट्टियों के दिनों में तो भीड़ काफी ज्यादा रहती है। मां अंगारमोती मंदिर क्षेत्र के साथ ही बोटिंग एरिया में भी पर्यटकों की भीड़ ज्यादा है।
वहीं अन्य पर्यटन स्थलों जैसे माड्मसिल्ली, सोंढुर, दुधावा में भी बांध की खूबसूरती बढऩे लगी है। आसमान में छाये बादलों, हरियाली और खुशनुमा मौसम के बीच इन बांधो में अब पर्यटक बढऩे लगे है। कई परिवार यहां रोजाना छुट्टियों मनाने पहुंचते है। लेकिन इन बांधो में सुविधाओं की कमी उन्हें खलती है।
नरहरा का नजारा हुआ आकर्षक
पिछले कुछ सालों में नरहरा जिले के पर्यटन स्थलों में तेजी से उभरा है। धमतरी शहर से लगभग 32 किमी दूर स्थित नरहरा वाटरफॉल में पर्यटकों की संख्या बढ़ती जा रही है। यहां धमतरी जिले के अतिरिक्त आसपास के जिलों के लोग भी इंजाय करने पहुंचते है। अच्छी बारिश से नरहरा का सौंदर्य पूरी तरह खिल गया है। यहां झरने की खूबसूरती निहारने बड़ी संख्या में पर्यटक आ रहे है। प्रशासन द्वारा भी नरहरा में सुविधाओं का विस्तार लगातार किया जा रहा है।
सिहावा क्षेत्र में पर्यटन को मिल रहा बूस्ट
कलेक्टर अबिनाश मिश्रा जिले में पर्यटन व महत्वपूर्ण धार्मिक मान्यताओं वाले स्थलों को विकसित करने पर जोर दे रहे है। इसी कड़ी में महानदी के उद्गम स्थल सिहावा श्रृंगि ऋषि पर्वत क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा दिया जा रहा है। गणेशघाट क्षेत्र में सुंदर चित्रकारी सहित अन्य सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है, ताकि पर्यटकों का आकर्षण बढ़े।

